संवाददाता, पटना
छत्तीसगढ़ के दुर्ग से आरा तक जाने वाली 13287 साउथ बिहार एक्सप्रेस के यात्रियों सोमवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस ट्रेन को आरा के बजाय राजेंद्रनगर टर्मिनल पर ही रोक दिया गया. इससे अधिकतर यात्री समय पर आरा स्टेशन नहीं जा सके. इसको लेकर यात्रियों ने काफी आक्रोश प्रकट किया. नाराज यात्रियों ने बताया कि रेलवे की ओर से पूर्व में कोई सूचना तक नहीं दी गयी. इतना ही नहीं, राजेंद्रनगर टर्मिनल पर ट्रेन आने के बाद करीब 20 मिनट तक यात्री ट्रेन खुलने का इंतजार करे रहे. लेकिन, जब ट्रेन नहीं खुली, तो यात्री प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्थित स्टेशन मास्टर के चैंबर में गये और ट्रेन को चलाने की मांग करने लगे. वहीं, स्टेशन मास्टर ने ट्रेन के आरा नहीं जाने की बात कही, तो यात्री नाराज हो गये और राजेंद्रनगर टर्मिनल पर ही हंगामा करने लगे. बढ़ते हंगामे को देखते हुए मौके पर रेलवे पुलिस की टीम पहुंची और समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया.प्लेटफॉर्म पर ट्रेन खड़ी थी, फिर भी नहीं दी गयी सूचना
परेशान यात्रियों ने बताया कि ट्रेन अपने तय समय से करीब 1 घंटे 45 मिनट देरी से रात 8:05 बजे प्लेटफॉर्म नंबर-5 पर आयी. लेकिन, ट्रेन को राजेंद्रनगर टर्मिनल पर ही रोक दिया गया. यात्रियों को इस ट्रेन के शार्ट टर्मिनेट की कोई सूचना तक नहीं दी गयी. बड़ी बात तो यह है कि ट्रेन रनिंग स्टेट्स में पटना जंक्शन, दानापुर, बिहटा और आरा तक लेट समय के अनुसार पहुंचाने का दिखाया, जबकि यह सूचना बिल्कुल गलत थी. यात्रियों ने बताया कि बिना सूचना के ही राजेंद्रनगर टर्मिनल पर खड़ी कर दी गयी, जबकि बड़ी संख्या में यात्रियों को पटना जंक्शन, दानापुर, बिहटा और आरा तक सफर करना था. इनमें कई परेशान यात्रियों ने तो राजेंद्रनगर टर्मिनल से उतर कर निजी साधनों से अपने घर के लिए प्रस्थान किया, जबकि कई यात्री ट्रेन के दूसरे विकल्प के लिए टर्मिनल पर इंतजार करते देखे गये. वहीं, इस संबंध में पटना जंक्शन के निदेशक अरुण कुमार ने बताया कि यह ट्रेन पटना जंक्शन पर क्यों नहीं आयी, इसकी जानकारी उनको नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है