जहानाबाद के यातायात थाने में तैनात सिपाही समस्तीपुर निवासी सरोज कुमार सिंह को अपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने पर सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड होने के बाद सरोज कुमार सिंह अपराध की दुनिया में और अधिक सक्रिय हो गया. समस्तीपुर में पंचायत के मुखिया की हत्या की साजिश रची जा रही थी. सूचना मिलने पर समस्तीपुर पुलिस और एसटीएफ ने दबिश डालकर सरोज सिंह को उनके गुर्गों के साथ गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी में एके-47 और इंसास राइफल जैसे हथियार भी मिले.
AK-47, कार्बाइन और इंसास राइफल भी मिले
शुक्रवार को सुबह 3 बजे के करीब समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीनगर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने छापेमारी की. निलंबित सिपाही सरोज कुमार सिंह के घर पर रेड हुई. घर में एके 47 और इंसास व कार्बाइन जैसे हथियार छिपाकर रखे हुए थे जो बरामद किए गए. छापेमारी के दौरान सरोज और उसके गुर्गों ने फायरिंग भी की लेकिन 5 बदमाश पकड़े गए. उसके बाद पटना में भी तीन ठिकानों पर रेड पड़ा जहां से करोड़ों की संपत्ति, कैश और नोट गिनने की मशीन मिली.

मुखिया की हत्या करने की थी तैयारी
एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि अपराधी रासपुर पतरिया पश्चिम पंचायत के मुखिया प्रिंस सिंह और नवीन सिंह की हत्या की योजना बनाने में जुटे थे. जिसकी सूचना मिलने पर कार्रवाई की गयी. बताया जाता है कि दो महीने पहले भी मुखिया को रास्ता से हटाने के लिए प्लान तैयार हुआ था. लेकिन समय पर सूचना मिलने के कारण मुखिया की जान बच गयी थी.

बर्थडे पार्टी का रंग हुआ फीका
सरोज सिंह के घर पर शुक्रवार की शाम को किसी बच्ची का बर्थडे पार्टी मनाने की तैयारी चल रही थी. लेकिन अचानक सरोज सिंह अन्य अपराधियों के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गया तो जश्न का माहौल फीका हो गया. मोहिउद्दीनगर के सुल्तानपुर में शुक्रवार की अहले सुबह जो छापेमारी शुरू हुई वो करीब 7 से 8 घंटे तक चली. हालांकि गांव के लोगों को इसकी भनक शुरु में नहीं लगी. पुलिसकर्मी सरोज सिंह के घर में पीछे से छत होकर प्रवेश किया. छापेमारी में घर के अंदर छिपाया गया एके 47 और अन्य आधुनिक हथियारों का जखीरा बरामद हुआ तो पूरे गांव में लोग आश्चर्यचकित थे.

