संवाददाता, पटना बिहार इंटरवेंशनल काउंसिल 2025 के तीसरे वार्षिक सम्मेलन का आयोजन गांधी मैदान स्थित एक होटल में किया गया. सम्मेलन का उद्घाटन जापान के प्रसिद्ध इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ रायूजो हायसी और हारूकी मियाजवा, डॉ सी नरसिम्हन, डॉ यूसी सामल, आयोजन सचिव डॉ आशीष कुमार झा, आइजीआइएमएस के हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ रवि विष्णु व डॉ अरविंद कुमार ने संयुक्त रूप से किया. जापान से आये डॉ रायूजो हायसी ने कहा कि ज्यादा काम और जिम्मेदारियां, सुबह से देर रात तक काम करना, नींद पूरी न होना, सामाजिक दबाव, सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल, बेहतर रोजगार की फिक्र से भी दिल पर असर हो रहा है. तनाव के असर से युवाओं के दिल की धमनियां कमजोर हो रही हैं. कमर का साइज ज्यादा ,तो भी खतरा : एम्स दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश यादव ने कहा कि किसी का बॉडी मास इंडेक्स 27 से ज्यादा है, तो उसे सावधान होने की जरूरत है. इसके साथ पेट का बाहर निकलना भी ठीक नहीं है. ऐसे में पुरुषों की कमर 102 सेंटीमीटर और महिलाओं की कमर 88 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. आइजीआइएमएस के हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष रवि विष्णु ने बताया कि माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी से बढ़ती उम्र में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. याद्दाश्त में गिरावट, इम्युनिटी कमजोर होना, जल्दी-जल्दी बीमार होना, तेजी से वजन गिरना जैसी कई दिक्कतें होने लगती है. बेंगलुरु से आये डॉ बीसी श्रीनिवास ने कहा कि बढ़ती उम्र में पोषक तत्वों की कमी से फेयरलिटी सिंड्रोम बढ़ जाता है.अधूरी नींद रोग की वजह डॉ डीएस चढ्ढा ने युवाओं में हृदय रोग के बढ़ते खतरों पर चर्चा की. कहा कि तनाव और अधूरी नींद हृदय रोग की सबसे बड़ी वजह है. सीएमसी वेल्लोर से आये डॉ जान रोशन जैकेब व हैदराबाद से आये डॉ सी नरसिम्हन ने कहा कि हृदय रोग से बचना है, तो सिगरेट, शराब सहित अन्य नशे से दूरी बनाएं. इस मौके पर डॉ आशीष कुमार झा, डॉ अरविंद कुमार, डॉ यूएन सिंह, डॉ विनीत कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ केके वरुण, डॉ बीबी भारती ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये.
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