पटना सिटी. बिहार तकनीकी सेवा आयोग की ओर से निकाली गयी फार्मासिस्ट बहाली में बी फार्मा को शामिल नहीं करने पर विद्यार्थियों ने आक्रोश मार्च निकाल पुतला दहन किया. अगमकुआं स्थित राजकीय फार्मेसी संस्थान के समीप से आक्रोश मार्च निकाला और एनएमसीएच रोड में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव का पुतला फूंका.
आंदोलन में शामिल दिव्यांशु, राहुल कुमार, रवि कुमार, जयकरण और अर्जेश राज ने कहा कि 2473 पदों पर विज्ञापन में सिर्फ डी फार्म को मौका दिया गया. बीफार्म फार्मासिस्टों को फार्मासिस्ट बहाली से वंचित कर दिया गया है. इन लोगों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के ही वर्ष 1999, 2006 के नियमित फार्मासिस्ट बहाली और 2013 और 2016 के संविदा बहाली में बी फार्म फार्मासिस्ट नौकरी कर रहे हैं. फिर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमावली बना वंचित कर दिया गया है. यह नियमावली देश के नियमावली से अलग है. आंदोलनकारियों ने चेताया है कि एक सप्ताह के अंदर स्वास्थ्य विभाग बी फार्म फार्मासिस्ट को फार्मासिस्ट बहाली में शामिल नहीं किया, तो स्वास्थ्य विभाग व मंत्री के आवास का घेराव किया जायेगा. आंदोलन में कमलेश, रोहित राज, दीपक, उमेद, गौरव, मणिकांत, अर्चना, श्वेता, रिया, प्रिया, नेहा समेत दर्जनों शामिल थे.छात्र संघ अध्यक्ष अरविंद ने आंदोलन को निराधार बताया
पटना सिटी. डिप्लोमा फार्मासिस्ट आर्गनाइजेशन, छात्र संघ के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि हाइकोर्ट ने न्यायादेश में स्पष्ट किया है कि फार्मासिस्ट पद पर नियुक्ति के लिए सिर्फ डिप्लोमा इन फार्मेसी ही अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता है, ऐसे में बी फार्मा के अभ्यार्थियों का आंदोलन निराधार है. जबकि भर्ती के लिए चार जून की परीक्षा तिथि आयोग ने निर्धारित की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है