संवाददाता, पटना जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी साइंस की पढ़ाई बिना लैब के ही करने को मजबूर हैं. जिले के कक्षा 9वीं से 12वीं के 423 स्कूल हैं. लेकिन इनमें से 318 स्कूलों में ही साइंस लैब संचालित नहीं की जा रही है. वहीं जिन 105 स्कूलों में साइंस लैब संचालित भी की जा रही है तो वहां प्रैक्टिकल क्लास के लिए जरूरी उपकरण और रसायन की काफी कमी है. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से स्कूलों में संचालित साइंस लैब की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है. सभी स्कूलों को लैब की स्थिति से अवगत कराने के लिए 20 अगस्त तक का समय दिया गया है. जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को साइंस लैब की बेहतर सुविधा देने के लिए लैब का जीर्णोद्धार किया जायेगा. लैब के उपकरण खरीद के लिए 16 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जिले के विभिन्न प्रखंडों के बीइओ को स्कूलों में लैब की स्थिति की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. जिले के कक्षा 9वीं से 12वीं के स्कूलों में लैब का जीर्णोद्धार किया जायेगा. इसके साथ ही लैब के उपकरण की सुरक्षा के लिए सेल्फ और अलमारियों की भी खरीदारी की जायेगी. जिन स्कूलों में क्लासरूम या शेड में लैब संचालित किया जा रहा है. वहां लैब के लिए अलग से रूम की व्यवस्था की जायेगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी साकेत रंजन ने सभी बीइओ को स्कूल से उपरोक्त सूची मांग कर उसका विवरण जिला शिक्षा कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही शिक्षा विभाग की ओर से स्वीकृत की गयी राशि से स्कूलों के जीर्णोद्धार व इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के अलावा शौचालय निर्माण, पेयजल आपूर्ति, विद्युतीकरण, चहारदीवारी, प्रयोगशाला व क्लासरूम के लिए उपस्कर की खरीदारी और लाइब्रेरी की व्यवस्था करने में विभाग द्वारा दी गयी राशि का इस्तेमाल किया जायेगा.
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