पटना.
सरकारी विद्यालयाें में कार्यरत शिक्षकों ने स्थानांतरण प्रक्रिया पर आक्रोश जताया है. बिहार स्टेट टीचर्स एसोसिएशन (गोपगुट) ने पत्र लिखकर विभाग से स्पष्टता की मांग की है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक ने कहा कि दिसंबर 2024 से ही नये स्कूल की बाट जोह रहे शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने गर्मी के छुट्टियों के बाद नये विद्यालय में पदस्थापन का भरोसा दिया था, लेकिन विद्यालय खुलने के बाद भी शिक्षक स्थानांतरण को तरस गये हैं. मांग है कि आखिर किन शिक्षकों का स्थानांतरण किन कारणों से नहीं हो सका है, विभाग इसे स्पष्ट करें. विभाग लगातार शिक्षकों को उकसा रहा है व उनके धैर्य की परीक्षा ले रहा है. छह माह बीत जाने के बावजूद अभी तक प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी है. विभाग स्थानांतरण के नाम पर बस खानापूर्ति कर रहा है. विशिष्ट शिक्षकों को तो सक्षमता परीक्षा के समय जिला भी आवंटित कर दिया गया था, इसके बावजूद उन्हें स्थानांतरण से वंचित रखा गया है. विभाग से मांग करते हैं कि वह स्थिति स्पष्ट करे कि आखिर कितने शिक्षकों का स्थानांतरण होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है