संवाददाता, पटना
पुनाईचक स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में 10 से 12 मई तक आयोजित तीन दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला सोमवार को समाप्त हो गयी. इसमें नवाचार पूर्ण शिक्षण विधियों और प्रभावशाली शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान दिया गया. शिक्षकों ने व्यावहारिक गतिविधियों, चर्चाओं और प्रस्तुतियों में भाग लिया, जिनमें शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया, संज्ञानात्मक विकास और रचनात्मक शिक्षण कौशल जैसे विषय शामिल थे. पूरी कार्यशाला में स्पष्ट और मापनीय अधिगम परिणाम प्राप्त करने पर जोर दिया गया. शिक्षकों ने अपनी शिक्षण विधियों को सुधारने के लिए नये दृष्टिकोण और रणनीतियों को सीखा. ट्रेनिंग को-ऑर्डिनेटर व क्षेत्रीय पदाधिकारी एसके झा ने शिक्षकों को प्रमाणपत्र देते हुए कहा कि वह नित्य नवीन पद्धतियों को अपनाएं. शिक्षक बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं और उनके मस्तिष्क के विकास में प्रतिपल सहायक होते हैं, तभी वह एक उत्तम शिक्षक कहलाते हैं. वहीं, विद्यालय के प्राचार्य एसी झा ने शिक्षकों से यह अनुरोध किया कि समय के साथ वह अपने आप में परिवर्तन लाएं और बच्चों के साथ-साथ प्रतिदिन उन्हें भी कुछ नया सीखते रहना होगा. मौके पर विभिन्न डीएवी स्कूलों के प्राचार्यों में रश्मि प्रिया, सविता सिन्हा, किरण कुमारी, हरि शंकर श्रीवास्तव, कौशल कुमार मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है