संवाददाता,पटना शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा है कि बिहार के बच्चों का भविष्य सिर्फ शिक्षक के हाथ में है. वही बच्चों का जीवन संवार सकते हैं. इसलिए उन्हें यह जिम्मेदारी उठानी चाहिए. तभी जाकर बिहार का कायाकल्प हो सकता है. अपर मुख्य सचिव ने यह बातें रविवार को एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं .रविवार को यह आयोजन शिक्षको के एक समूह ””””टीचर्स ऑफ बिहार”””” नाम के शिक्षक संगठन ने आयोजित कराया था. एसीएस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षकों को बिहार की बेहतरी के लिए चाहे कितनी भी कठिन परिस्थितियां हों, उन्हें स्कूल जाना होगा. आखिर किसी न किसी शिक्षक को यह जिम्मेदारी उठानी होगी. अगर शिक्षक नहीं पढ़ायेंगे तो कौन पढ़ायेंगे? लिहाजा शिक्षकों को यह जवाबदेही निभानी चाहिए. एसीएस ने कहा कि शिक्षक की नौकरी दूसरी नौकरियों से भिन्न है. इसकी बहुआयामी जिम्मेदारियां हैं. उन्हें न केवल बच्चों को पढ़ाना है, बल्कि समाज में ऊंच-नीच और दूसरी सामाजिक बुराइयां भी खत्म करनी हैं. इसलिए शिक्षक के बिना राज्य की व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव संभव नहीं है. कहा कि सरकार आप लोगो के सहयोग करना चाहती है, लेकिन उसकी भी एक सीमा है.
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