कनीय अभियंताओं और तकनीकी पर्यवेक्षकों के लिए विशेष उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम
संवाददाता, पटना
ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने कहा है कि अभियंताओं को तकनीकी प्रशिक्षण से पुल निर्माण की गुणवत्ता सुधरेगी और पुलों को अधिक मजबूत किया जा सकेगा. इससे ग्रामीण इलाकों में विकास की गति तेज होगी. मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने यह बातें रविवार को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित कनीय अभियंताओं और तकनीकी पर्यवेक्षकों के लिए विशेष उन्मुखीकरण -सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहीं. इस दौरान मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि विभाग द्वारा निर्मित पथों की लंबाई अब बढ़कर 1,18,706 किलोमीटर हो गयी है. ग्रामीण पुलों एवं सड़कों के निर्माण से कृषि उत्पादों का बाजार तक आसान पहुंच सुनिश्चित हुआ है. इससे बिहार के कृषि उत्पादों का न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विक्रय हो रहा है. कार्यक्रम में पुल निर्माण की डिजाइन, मिट्टी की जांच, निर्माण की प्रक्रिया, लोड टेस्टिंग, और सुरक्षा उपायों पर विस्तार से चर्चा की गयी. राज्य में अब तक लगभग 2,500 पुलों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है, जबकि 950 पुलों का कार्य विभिन्न चरणों में है. इस मौके पर अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने गुणवत्तापूर्ण पुलों के निर्माण को लेकर कनीय अभियंताओं को जरूरी दिशा-निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यों की दक्षता और तकनीकी क्षमताओं को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आने वाले समय में सहायक अभियंता और अधीक्षण अभियंता को भी चरणबद्ध तरीके से उन्नत प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा. इस दौरान विभाग के अभियंता प्रमुख-सह-विशेष सचिव भगवत राम ने पुल निर्माण में लगे सभी अभियंताओं एवं तकनीकी पर्यवेक्षकों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
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