– सर्जरी व इलाज कर रहे डॉक्टरों ने निदेशक से कई बार लगायी गुहार, लेकिन निदेशक ने व्यवस्था को नहीं सुधारा संवाददाता, पटना राजधानी पटना के शास्त्रीनगर स्थित एलएनजेपी हड्डी अस्पताल के ओपीडी व ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में करीब तीन महीने से एसी बंद है. लिहाजा यहां इलाज कराने आ रहे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रचंड व उमस भरी गर्मी में मरीज व उनके परिजन हाथ पंखे से काम चलाने को मजबूर हो गये हैं. दूसरी ओर डॉक्टरों ने मेजर ऑपरेशन बंद करने की चेतावनी भी जारी कर दी है. इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि अगर यही रवैया रहा, तो अब मेजर सर्जरी के लिए इन मरीजों को पीएमसीएच या आइजीआइएमएस अस्पताल रेफर किया जायेगा. सूत्रों की मानें, तो खासकर बीते एक माह से मेजर ऑपरेशन न के बराबर ही हो रहे हैं. जबकि ओटी में हर दिन करीब 4 बड़े और पांच छोटे ऑपरेशन होते हैं, लेकिन अभी सिर्फ माइनर ऑपरेशन ही हो रहे हैं. ऑपरेशन करने में हो रही परेशानी सूत्रों के मुताबिक हड्डी व न्यूरो ओटी का एसी तीन महीने से बंद है. डॉक्टरों का कहना है कि ओटी में एसी नहीं होने पर गर्मी बढ़ जाती है, जिससे ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों को पसीना आ जाता है. ऑपरेशन के दौरान पसीना अगर मरीज पर गिर जाए तो मरीज को गंभीर संक्रमण हो सकता है. वर्तमान में डॉक्टर दीवार पंखे से काम चला रहे हैं. यही हाल नये भवन में इमरजेंसी ओपीडी का है. पहले भी इंफेक्शन के चलते बंद हो गया था ओटी यह पहला मौका नहीं जब एलएनजेपी हड्डी अस्पताल में ओटी बंद हुआ है. सूत्र बताते हैं कि बीते साल भी मेन ओटी में संक्रमण पाया गया था, इसके चलते करीब पंद्रह दिनों तक ओटी को बंद रखा गया था. इस दौरान कुछ ऑपरेशन भी प्रभावित हुए थे. जानकारों के अनुसार एसी ओटी रूम को सिर्फ ठंडा ही नहीं करता, बल्कि अंदर ही हवा को बाहर भी करता है. इस एयरफ्लो के कारण अंदर के बैक्टीरिया बाहर चले जाते हैं. इससे ओटी संक्रमण रहित भी रहता है. मेकैनिक को दिखायी गयी है खराबी यह सही है कि ओटी व नयी बिल्डिंग में एसी खराब है. हालांकि मेकैनिक को बोल कर खराबी को दिखाया गया है. सेंट्रल एसी है, इसलिए समस्या आ रही है. देर रात 10 पंखे अतिरिक्त लगा दिये गये हैं. यही वजह है कि चार ऑपरेशन भी किये गये. हम टावर एसी लगाने का प्रस्ताव भेज देते हैं, ताकि समस्या न हो. डॉ सुभाष चंद्रा, निदेशक एलएनजेपी हड्डी अस्पताल
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