संवाददाता, पटना :पटना में बिहार के पहले डबल डेकर फ्लाइओवर से अप्रैल में गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जायेगा. करीब 422 करोड़ रुपये से बन रही यह परियोजना पटना मेट्रो, बाकरगंज नाले पर सड़क और पीएमसीएच में प्रस्तावित मल्टी लेवल कार पार्किंग से जुड़ी होगी. इस फ्लाइओवर के चालू होने से शहर की परिवहन व्यवस्था में आमूल-चूल सुधार होगा, जिसका लाभ बड़ी संख्या में यात्रियों को मिलेगा. यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को परियोजना का निरीक्षण करने के बाद दी. उन्होंने पटना सायंस कॉलेज से पीएमसीएच होते हुए करगिल चौक तक डबल डेकर फ्लाइओवर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष शीर्षित कपिल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. मीडिया से मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि अत्यधिक व्यस्त अशोक राजपथ पर ट्रैफिक को सुगम बनाने और जाम की समस्या कम करने के लिए इस फ्लाइओवर का निर्माण अंतिम चरण में है. इसका निर्माण मार्च में पूरा हो जायेगा. अप्रैल माह के अंत तक जनता को इसे समर्पित कर दिया जायेगा.
फ्लाइओवर में ऊपर और नीचे दो डेक
मंत्री ने बताया कि अशोक राजपथ डबल डेकर फ्लाइओवर में ऊपरी डेक की लंबाई 2175.5 मीटर है. यह करगिल चौक से पटना सायंस कॉलेज तक जायेगा. वहीं, निचले डेक की लंबाई 1449.30 मीटर है. यह पटना कॉलेज से बीएन कॉलेज तक होगा. दोनों डेक पर 8.5 मीटर चौड़ी कैरिजवे होगी, जो एकतरफा यातायात के लिए डिजाइन की गयी है.छात्रों व मरीजों और व्यवसायियों को होगी सबसे ज्यादा सहूलियत
नितिन नवीन ने कहा कि इस फ्लाइओवर को जेपी गंगापथ से कृष्णा घाट के माध्यम से जोड़ा जायेगा. इससे गांधी सेतु और अन्य मार्गों से आने वाले वाहनों को एक सुगम वैकल्पिक रास्ता मिलेगा. इसके अलावा यह अशोक राजपथ, पीएमसीएच, पटना विवि व पटना सायंस कॉलेज के क्षेत्र में ट्रैफिक दबाव को कम करेगा, जिससे छात्रों, मरीजों, व्यवसायियों व आम लोगों को बड़ा लाभ होगा. यह छपरा के बाद बिहार का दूसरा डबल डेकर फ्लाइओवर होगा और इसे आधुनिकतम तकनीक से तैयार किया जा रहा है. इसका संपूर्ण नींव निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है व अब सुपर स्ट्रक्चर सहित फिनिशिंग कार्य किये जा रहे हैं. यह छपरा से पहले चालू होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है