संवाददाता, पटना
संसदीय कार्य सहित जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विपक्षी सदस्यों पर मतदाता गहन पुनरीक्षण पर हौवा खड़ा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस प्रक्रिया को राजनीतिक रंग देकर, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय में भय फैलाने की कोशिश कर रहा है. यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि समाज को गुमराह करने वाला भी है. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ये बातें मंगलवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहीं. इस दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान मौजूद रहे. इससे पहले दोनों मंत्रियों ने जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया.
पत्रकारों से बातचीत में मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि अब तक मृत पाये गये मतदाताओं में अधिकांश गैर-अल्पसंख्यक वर्ग से संबंधित हैं. इसी तरह, जो मतदाता अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हुए हैं, वे विभिन्न वर्गों और समुदायों से आते हैं. ऐसे में इस अभियान को किसी विशेष समुदाय से जोड़ना पूरी तरह से भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण राजनीति का उदाहरण है. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस प्रक्रिया के अंतर्गत आपत्तियों और दावों के निपटारे के लिए एक माह की समयावधि निर्धारित की गई है. इससे प्रत्येक नागरिक को अपनी बात रखने का समुचित अवसर मिल सकेगा. उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस अभियान पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए हैं, वे स्वयं अपने मतदाता प्रपत्र भरकर जमा कर चुके हैं.
इससे उनके आरोपों की असलियत खुद-ब-खुद उजागर हो जाती है. कार्यक्रम में विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, प्रदेश उपाध्यक्ष बैद्यनाथ प्रसाद विकल, प्रो. नवीन आर्य चन्द्रवंशी और अनिल कुमार भी थे.
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