लोकसभा में जदयू नेता ने आरोप लगाया कि यूपीए शासनकाल में देश में आतंकवाद पनपा
संवाददाता,पटना
जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने सोमवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि यूपीए शासनकाल में देश में आतंकवाद पनपा. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता विपक्षी पार्टियों को दिखाई नहीं पड़ती, जबकि उसे पूरे विश्व ने देखा. संसद के निचले सदन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा में भाग लेते हुए जदयू नेता ने कांग्रेस के गौरव गोगोई के भाषण का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला. श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस की नजर में इस देश के सैनिकों का कोई महत्व नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए शासनकाल (2004 से 2014 तक) में देश में आतंकवाद को जगह मिली. उस अवधि के दौरान देश में जो आतंकी घटनाएं हुईं, उनमें 615 लोग मारे गये. श्री सिंह ने यूपीए शासनकाल के दौरान देश में हुए आतंकी हमलों का उल्लेख किया और कहा कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में आतंकियों का कब्जा था और आतंकी कैसे घुसे थे, उन्हें बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि उस हमले में 175 लोग मारे गये थे और 300 लोग घायल हुए थे.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकवाद से लड़ने का ‘उसमें न तो साहस था और न ही दम. केवल खानापूर्ति करते थे और घड़ियाली आंसू बहाते थे.
श्री सिंह ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से दागी गयी सारी मिसाइलें हवा में फुलझड़ी की तरह ध्वस्त हो गयी, लेकिन कांग्रेस को यह नहीं दिखता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते नहीं हैं, बल्कि वह ‘एक्ट’ करते हैं. ‘एक्ट’ कर अपनी ताकत दिखाते हैं, चाहे ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ हो, (बालाकोट) एयर सट्राइक हो या ऑपरेशन सिंदूर हो.श्री सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में आकर संघर्ष विराम करने संबंधी विपक्षी दलों के दावे को खारिज करते हुए कहा कि बार-बार ऐसा बोलने से यह सच नहीं हो जायेगा.सच्चाई यह है कि भारत किसी के दबाव में नहीं आता और अपना निर्णय स्वयं लेने में समर्थ है.
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