संवाददाता, पटना : राज्य के 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों के स्टूडेंट्स का रिजल्ट काफी खराब आया है. सत्र 2023-27 के सेकेंड सेमेस्टर में करीब 11 हजार स्टूडेंट्स में 1300 को इयर बैक लग गया है. इससे परेशान असफल स्टूडेंट्स ने सोमवार को एकेयू कैंपस में संचालित बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी पहुंच कर जम कर हंगामा किया. वे प्रमोट करने की मांग कर रहे थे. सुबह 10 बजे से लेकर चार बजे तक यूनिवर्सिटी में हंगामा होता रहा. इसके कारण करीब दो घंटे तक मीठापुर इलाका जाम रहा. काफी हंगामे के बाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो एसके वर्मा के साथ यूनिवर्सिटी के अन्य पदाधिकारियों ने स्टूडेंट्स से मुलाकात कर उन्हें शांत कराया.
कई को 0.01, तो कई को 0.02 सीजीपीए से फेल कर दिया गया
स्टूडेंट्स ने कहा कि कई को 0.01, तो कई को 0.02 सीजीपीए से फेल कर दिया गया है. इस तरह से फेल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या अधिक है. अगर यूनिवर्सिटी जल्द इस पर निर्णय नहीं लेती है, तो हंगामा जारी रहेगा. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि 88 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास व 12 प्रतिशत स्टूडेंट्स को इयर बैक लगा है. 88 प्रतिशत में कई को प्रमोट किया गया है. जिन स्टूडेंट्स का 5 सीजीपीएस से कम है, उन्हें ही इयर बैक लगाया गया है.
फिजिक्स में कई को सिर्फ एक या दो अंक
बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी पहुंचे स्टूडेंट्स ने बताया कि दिसंबर में हुए सेकेंड सेमेस्टर परीक्षा में फिजिक्स में कई स्टूडेंट्स को एक, दो व पांच अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि फिजिक्स में 14 अंक के ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे गये थे. स्टूडेंट्स ने कहा कि यह गलत तरीका है. वहीं, इस मामले पर यूनिवर्सिटी परीक्षा नियंत्रक डॉ बिजेंद्र कुमार ने कहा कि स्टूडेंट्स को अगर लग रहा है कि उत्तरपुस्तिका में कोई गड़बड़ी हुई है, तो आरटीआइ के तहत उत्तरपुस्तिका मांग सकते हैं.
इयर बैक लगे स्टूडेंट्स का पुन: एग्जाम होगा
बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ बिजेंद्र कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी में प्रमोट का नियम नहीं है. इयर बैक लगे स्टूडेंट्स का पुन: एग्जाम होगा. स्टूडेंट्स को समझाया गया है. अगर किसी स्टूडेंट्स का फर्स्ट व सेकेंड सेमेस्टर मिला कर 5 सीजीपीए प्राप्त नहीं होता है, तो उनका इयर बैक लग जायेगा. यूनिवर्सिटी नियम से बंधा हुआ है. इस संबंध में हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स से मुलाकात कर उनकी बातें सुनी गयीं. इसके बाद उन्हें समझाया गया. स्टूडेंट्स एग्जाम देने के लिए तैयार हैं. स्टूडेंट्स से एग्जाम के लिए समय पूछा गया है. जब स्टूडेंट्स एग्जाम के लिए कहेंगे, यूनिवर्सिटी एग्जाम आयोजित करा लेगा. परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि इस बार सिर्फ 12 प्रतिशत स्टूडेंट्स को इयर बैक लगा है. पिछले वर्ष 22 प्रतिशत स्टूडेंट्स को इयर बैक लगा था.
B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है