-पीपीयू में अभी पार्ट थर्ड का चल रहा मूल्यांकन कार्य जारी
-पीयू में दो जुलाई से पीजी में एडमिशन के लिए शुरू होगी आवेदन प्रक्रियासंवाददाता, पटना
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (पीपीयू) और पटना विश्वविद्यालय (पीयू) में स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया में थोड़ी देरी होगी. देरी के कारण छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कई स्टूडेंट्स का रिजल्ट सीयूइटी पीजी के तहत हो रहा है. एडमिशन प्रक्रिया में लेट होने के कारण स्टूडेंट्स सेंट्रल यूनिवर्सिटी की ओर रुख कर रहे हैं. वैसे कई स्टूडेंट्स असमंजस में हैं कि एडमिशन कहां लिया जाये. पीपीयू में कई स्टूडेंट्स का रिजल्ट सीयूइटी पीजी में हो गया है, लेकिन पार्ट थर्ड के रिजल्ट के इंतजार में हैं. अगर रिजल्ट में देरी हुई, तो पीपीयू के स्टूडेंट्स का एडमिशन सेंट्रल यूनिवर्सिटी में नहीं हो पायेगा. वहीं, पीयू और पीपीयू ने अभी तक पीजी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन प्रक्रिया आरंभ नहीं की है, जिससे छात्रों को इंतजार करना पड़ रहा है.पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में मूल्यांकन कार्य जारी
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में डिग्री पार्ट थर्ड की परीक्षाएं हाल ही में संपन्न हुई हैं, जिसमें लगभग 85,000 छात्रों ने भाग लिया था. वर्तमान में इन परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जारी है, जिसके पूरा होने के बाद ही पीजी एडमिशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा. पीपीयू डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो राजीव रंजन ने कहा कि मूल्यांकन की प्रक्रिया तेज है. जल्द ही पार्ट थर्ड का रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा. रिजल्ट के बाद पीजी में एडमिशन प्रक्रिया शुरू की जायेगी.पटना विश्वविद्यालय में पीजी में एडमिशन के लिए दो जुलाई से आवेदन
पटना विश्वविद्यालय में भी पीजी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन प्रक्रिया में देरी हो रही है. हालांकि, विश्वविद्यालय ने पीजी पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की औपचारिक शुरुआत की घोषणा कर दी है. पीयू पीजी में एडमिशन के लिए दो से 21 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं. 11 अगस्त तक पीजी में एडमिशन प्रक्रिया समाप्त कर लेना है. 13 अगस्त से पीजी की कक्षाएं शुरू हो जायेगी.छात्रों में असमंजस की स्थिति
दोनों प्रमुख विश्वविद्यालयों में पीजी एडमिशन प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण छात्रों में असमंजस और चिंता की स्थिति बनी हुई है. सीयूइटी पीजी में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होने से स्टूडेंट्स परेशान हैं. कुंदन कुमार ने कहा कि पीजी में एडमिशन के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन कर रहा हूं. पीयू और पीपीयू में लेट से एडमिशन शुरू होने के कारण परेशानी बढ़ गयी है.पीपीयू में पीजी में बढ़ेंगी कुछ सीटें
पीपीयू में वर्तमान में यूजी कोर्स में एक लाख 20 हजार से अधिक सीटें हैं. पर पीजी में केवल आठ हजार सीटें हैं. यूजी की तुलना में पीजी में कम सीटों से एडमिशन में मारामारी की स्थिति रहती है. प्रो एनके झा ने कहा कि सरकार के पास सीटों की संख्या बढ़ाने से लेकर पत्राचार जारी है. वहीं, पीजी के 18 विभागों के लिए अलग से शिक्षकों के पद सृजित किये गये हैं. सरकार के पास फिस से नियुक्ति के लिए अनुरोध किया जायेगा. अभी कॉलेजों में ही पीजी संचालित हो रहा है. प्रो राजीव रंजन ने कहा कि कुछ कॉलेजों में विभाग खोले जायेंगे. पीजी में कुछ सीटें बढ़ने की संभावनाएं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है