संवाददाता, पटना
राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से 10वीं तक में पढ़ने वाले बच्चे पढ़ाई से अलग शोध परक नवाचार में रुचि रखते हैं और इस क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित करना चाहते हैं, तो इंस्पायर अवार्ड 2025-26 प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं. प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए पोर्टल ओपेन कर दिया गया है. नवाचार के बेहतर आइडिया शेयर करने वाले विद्यार्थियों को जापान जाने का मौका दिया जायेगा. विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से इंस्पायर अवार्ड-मानक योजना के तहत शैक्षणिक सत्र 2025-26 में कक्षा छह से 10 तक के लिए चयनित किया जायेगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर निर्देशित किया है कि जिन बच्चों ने पढ़ाई से अलग से हटकर कोई शोध परक कार्य किया है, पांच- पांच बच्चों की सूची विद्यालय स्तर पर तैयार की जाये. उक्त सूची में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इएमआइएएस पर अपलोड करेंगे.प्रथम चयन में ही बच्चों को मिलेंगे 10-10 हजार रुपये
प्रथम चयन में ही स्कूल स्तर प्रत्येक बच्चों को 10-10 हजार रुपये छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी. इसके बाद इन बच्चों को राज्य स्तर होने वाले शोध परक (नवाचार) प्रतियोगिता में शामिल किये जायेंगे. राज्य भर से 100 से अधिक बच्चों को इस प्रतियोगिता के लिए चयनित किया जायेगा. राज्य स्तर पर चयनित होने के बाद राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिलेगा. अगर बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होते हैं, तो उनके आगे की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भारत सरकार द्वारा किया जायेगा. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से जापान में होने वाले प्रतियोगिता में बच्चों को शामिल होने का मौका मिलेगा. इसमें चयनित बच्चे अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत करेंगे. पढ़ाई से अलग नवाचार करने वाले बच्चों का चयन एक जुलाई से ही प्रारंभ हो चुका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है