संवाददाता, पटना : राजीव नगर थाने के नंदनपुरी इलाके में सुनीता विनोद अपार्टमेंट के पास ऑनलाइन परीक्षा सेंटर के संचालक सुदीश कुमार उर्फ चुनचुन राय की 10 मार्च को हुई हत्या के मामले में फरार कांट्रेक्ट किलरों को पुलिस ने दानापुर से गिरफ्तार कर लिया. इनमें दानापुर के मुकेश कुमार व रामविष्णु शामिल हैं. हालांकि, इनके पास से हथियार बरामद नहीं हो पाया है. इसको लेकर पटना पुलिस की टीम दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इस मामले में पुलिस मुख्य साजिशकर्ता व साइबर कैफे संचालक अखिलेश कुमार को 19 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गिरफ्तार शूटर मुकेश पिछले साल 26 नवंबर को आपसी विवाद में दानापुर में बीबीगंज भट्टा रोड निवासी चंदन कुमार की हत्या का भी आरोपित रहा है. वह शराब समेत अन्य मामलों में भी जेल जा चुका है.
10 लाख के बजाय 25 लाख देने का दबाव बना रहा था परीक्षा सेंटर संचालक, तो करा दी हत्या
पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि अखिलेश कुमार ही इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड व साजिशकर्ता है. अखिलेश की राजीव नगर के मौर्य पथ में साइबर कैफे है. हालांकि, वह मूल रूप से वैशाली के मनसुरपुर का रहने वाला है. लेकिन, यहां गोला रोड के झखरी महादेव के पास रहता है. पुलिस ने उसे 19 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और घटना में इस्तेमाल की गयी बाइक, हेलमेट, घटना के दिन पहना हुआ कपड़ा, मोबाइल फोन व हाथ में बंधा हुआ काला रंग का धागा बरामद किया था. बताया जाता है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, तो पता चला कि कांट्रेक्ट किलर घटना को अंजाम देकर बेली रोड की ओर निकले हैं. साथ ही बीच में एक व्यक्ति से मुलाकात की है. इसके बाद ही पुलिस ने खोजबीन शुरू की, तो पता चला कि कांट्रेक्ट किलरों से बात करने वाला अखिलेश कुमार है. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद अखिलेश ने पूछताछ में दो कांट्रेक्ट किलरों मुकेश कुमार व रामविष्णु के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी. साथ ही उसने पुलिस को बताया था कि उसने सुदेश से नौकरी व अन्य कार्य को लेकर 10 लाख रुपये लिये थे. लेकिन सुदेश ब्याज सहित 25 लाख रुपये मांग रहा था. इससे वह काफी दबाव में था, इसलिए उसने कांट्रेक्ट किलरों की मदद से सुदेश की हत्या करा दी. अखिलेश व मुकेश की पहले से दोस्ती थी. कांट्रेक्ट किलर को हत्या करने के लिए एक लाख रुपये की सुपारी भी अखिलेश ने दी थी. सिटी एसपी मध्य स्वीटी सहरावत ने बताया कि अखिलेश ही इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड था. दोनों शूटरों को जेल भेज दिया गया है.फिलहाल हथियार बरामद नहीं किया जा सका है. इन सभी को रिमांड पर लेकर फिर से पूछताछ की जायेगी.
10 मार्च की रात परीक्षा सेंटर संचालक को मारी गयी थी गोली
सुदीश को बदमाशों ने 10 मार्च की रात करीब 9:50 बजे तीन गोलियां मारी थीं. 11 मार्च को इलाज के दौरान उनकी अस्पताल में मौत हो गयी थी. वह मूल रूप से गोपालगंज के रहने वाले थे, लेकिन पटना में नंदनपुरी इलाके में स्थित सुनीता विनोद अपार्टमेंट में रहते थे.
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