राजधानी में बन रहे डाॅ एपीजे कलाम साइंस सिटी की दो गैलरियां अगस्त महीने तक बन कर तैयार हो जायेंगी. भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि की अध्यक्षता में सोमवार को डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी के निर्माण कार्य को लेकर समीक्षा हुई. इसमें साइंस सिटी के निर्माण कार्य की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली गयी और कार्यों में तेजी लाने के लिए आवश्यक निर्देश दिये गये.
इस क्रम में सचिव को बताया गया कि बीए साइंटिस्ट्स गैलरी में एक्सिविट वॉल फ्रेमिंग का कार्य किया जा रहा है. ससमय इसे पूरा कर लिया जायेगा. साथ ही अन्य कार्यों को भी तेजी से पूरा किया जा रहा है. नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम (एनसीएसएम) के माध्यम से क्रिएटिव म्यूजियम डिजाइनर्स (सीएमडी) के द्वारा गैलरी- 0 एवं गैलरी-01 (बेसिक साइंस गैलरी) में प्रदर्श अधिष्ठापित किया जा रहा है. बीए साइंटिस्ट्स गैलरी एवं बेसिक साइंस गैलरी में कुल 94 प्रदर्श लगाये जायेंगे. बाकी तीन गैलरी सस्टेनेबल प्लैनेट गैलरी, स्पेस एंड एस्ट्रोनोमी गैलरी, बॉडी एंड माइंड गैलरी में प्रदर्श लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. इन तीनों गैलरी में कुल 175 प्रदर्श लगाये जायेंगे.सचिव ने कहा कि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए साइंस सिटी का निर्माण कराया जा रहा है. यह नयी तकनीकों से लैस और अत्याधुनिक होगा. बिहार में वैज्ञानिक विकास के इतिहास को प्रदर्शित और संरक्षित किया जायेगा. साइंस सिटी में इंडियन स्पेस प्रोग्राम और प्रमुख वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी दी जायेगी. इसके अलावा गैलरी में कार्बन फुटप्रिंट, मानव शरीर के अंगों की उपयोगिता और स्कूली सिलेबस से संबंधित विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों को प्रोजेक्ट के माध्यम से दर्शाया जायेगा.
पटना में मोइन उल हक स्टेडियम के पास महान वैज्ञानिक डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में लगभग 21 एकड़ भूखंड पर अत्याधुनिक साइंस सिटी का निर्माण कार्य किया जा रहा है. साइंस सिटी में बीए साइंटिस्ट्स गैलरी, बेसिक साइंस गैलरी, सस्टेनेबल प्लैनेट गैलरी, स्पेस एंड एस्ट्रोनोमी गैलरी और बॉडी एंड माइंड गैलरी का निर्माण किया गया है. पांचों गैलरियों का क्षेत्रफल लगभग 7725 वर्गमीटर है और इनमें 26 थीम पर आधारित 269 प्रदर्श लगाये जायेंगे.
पांच सौ क्षमता का ऑडिटोरियम का निर्माण पूरासाइंस सिटी में पांच सौ क्षमता का ऑडिटोरियम और 150 छात्रों और तीन शिक्षकों के आवास के लिए डोरमेटरी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. भूतल पर एट्रियम, संलग्न 4 डी थियेटर, प्री फंक्शनल हॉल, बहुउद्देशीय हॉल एवं कैफेटेरिया, वाहन पार्किंग की भी सुविधाएं होंगी. यह विश्व के बेहतरीन साइंस सिटी में गिना जायेगा.
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