Bihar News: बिहार में गुरुवार का दिन भ्रष्ट लोकसेवकों के लिए भारी साबित हुआ. निगरानी विभाग और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की संयुक्त कार्रवाई में रिश्वतखोरी और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में तीन अलग-अलग जिलों में बड़ी कार्रवाइयां की गईं.
किशनगंज में 1 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया अमीन
किशनगंज के दौला पंचायत में तैनात अमीन निरंजन कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने रंगेहाथ 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है. कार्रवाई गुरुवार सुबह बस स्टैंड के पास की गई. शिकायतकर्ता मोहम्मद अजमेर आलम ने आरोप लगाया था कि जमीन के मुआवजे के बदले अमीन ने 2 लाख रुपये की मांग की थी.
30 जून को दर्ज की गई शिकायत के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने मामले का सत्यापन किया और 9 जुलाई को निगरानी थाना कांड संख्या 50/25 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. डीएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई के बाद आरोपी को गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है.
तीन जिलों में इंजीनियर प्रमोद कुमार के छह ठिकानों पर रेड
पटना, सहरसा और सीतामढ़ी में तैनात कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है. गुरुवार सुबह एक साथ छह ठिकानों पर छापेमारी की गई. प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि अभियंता के पास वैध आय से करीब 309 प्रतिशत अधिक संपत्ति है. टीम ने उनके घर, कार्यालय और अन्य ठिकानों से दस्तावेज जब्त किए हैं.
खगड़िया में डीएसपी के घर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की दबिश
इधर, खगड़िया में मद्य निषेध विभाग में पदस्थापित डीएसपी अभय प्रसाद यादव के घर स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने छापेमारी की है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, मामला आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा हुआ है. हालांकि, बरामद सामान या राशि को लेकर अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
बिहार में भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम तेज
इन ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि राज्य सरकार और निगरानी एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं. एक ही दिन में तीन वरिष्ठ पदाधिकारियों पर हुई कार्रवाई ने सरकारी तंत्र में हलचल मचा दी है. आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
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