– पक्षियों की प्यास मिटाने के लिए पार्कों में रखें गये मिट्टी के बर्तन
लाइफ रिपोर्टर@पटनाजिस तरह से दिन-ब-दिन धूप और गर्मी तेज होती जा रही है, उसका असर न सिर्फ इंसानों पर, बल्कि बेजुबान पक्षियों पर भी साफ नजर आ रहा है. इंसान तो प्यास लगने पर कहीं भी पानी पी सकते हैं, लेकिन पक्षियों के लिए यह सुविधा आसान नहीं होती. इस लिए कई लोग अपने घरों की छतों और बागीचों में पक्षियों के लिए दाना और पानी रखकर राहत पहुंचा रहे हैं. यह प्रयास सराहनीय हैं, लेकिन व्यापक पहल की जरूरत है.
पटना पार्क प्रमंडल की सराहनीय पहल
इस दिशा में पटना पार्क प्रमंडल ने एक विशेष अभियान चलाया है, जिसके तहत शहर के 100 से अधिक पार्कों में पक्षियों के पीने के पानी की व्यवस्था की गयी है. पार्क प्रशासन के अनुसार, यह कार्य हर वर्ष गर्मी के मौसम में किया जाता है. पार्कों में मिट्टी के बर्तनों में पानी भरकर विभिन्न स्थानों पर रखा गया है, विशेष रूप से पेड़ों के नीचे, जहां पक्षी आसानी से पहुंच सकें. दिन में तीन बार पानी को बदला जाता है, ताकि ताजगी बनी रहे. यह जिम्मेदारी वन रक्षकों को सौंपी गयी है. वन रक्षकों के अनुसार, सुबह से दोपहर तक पक्षियों की चहचहाहट और हलचल बनी रहती है. कई पक्षी झुंड में आकर न सिर्फ पानी पीते हैं, बल्कि उसमें स्नान भी करते हैं और खेलते हैं. जब पानी खत्म हो जाता है, तो तुरंत दोबारा भर दिया जाता है.इन पार्कों में की गयी है पानी की व्यवस्था
राजधानी वाटिका, शहीद वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क, नवीन सिन्हा स्मृति पार्क, पुनाईचक पार्क, शिवाजी पार्क (कंकड़बाग), श्रीकृष्णपुरी पार्क, भंवर पोखर पार्क (वार्ड नं 39), शहीद कुणाल पार्क, डिफेंस कॉलोनी पार्क, सचिवालय कॉलोनी पार्क, मैकडॉवेल पार्क (भाग 1, 2, 3 – राजेंद्र नगर), ग्रीन पार्क (महात्मा गांधी नगर), गौरी शंकर पार्क (गायघाट), सेक्टर डी-46 (कंकड़बाग), पाटलिपुत्रा पार्क आदि.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है