फुलवारीशरीफ . गौरीचक थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली और सिस्टम की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है. शराब तस्करी के मामले में जब्त एक पिकअप वाहन को न्यायालय से रिहा कराने पहुंचे वाहन मालिक के होश उस वक्त उड़ गये, जब उन्होंने देखा कि गाड़ी के चारों चक्के, बैटरी और अन्य जरूरी सामान गायब थे. यह पिकअप 17 अगस्त 2024 को गौरीचक थाना पुलिस ने शराब के साथ जब्त किया था. पुलिस ने ड्राइवर निखिल कुमार और वाहन मालिक नालंदा निवासी गुंजन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
जुर्माना भर कर छुड़ाई गाड़ी, लेकिन मिली टूटी हालत में :
गुंजन कुमार को जेल से रिहाई के बाद अदालत से वाहन रिलीज कराने की अनुमति मिली. इसके लिए उसे दो अलग-अलग चालानों की राशि भरनी पड़ी. एक चालान की राशि 3,93,813 रुपए और दूसरा 11,814 रुपये थी. इतनी भारी रकम अदा करने के बाद जब वह अदालत के आदेश के साथ थाने पहुंचा, तो पाया कि गाड़ी के चारों टायर, बैटरी और अन्य सामान चोरी हो चुके हैं. गुंजन ने इस चोरी के संबंध में थाना में शिकायत दर्ज करायी. इस संबंध में गौरीचक थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि गाड़ी मालिक ने उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है गाड़ी सही सलामत ले जाने की बात लिख कर थाना में दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है