पटना: एनएम ओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) की बिहार इकाई द्वारा एनपीएस तथा एकीकृत पेंशन योजना का लगातार विरोध किया जा रहा है. वहीं, 22 और 23 जुलाई को प्रदेश भर के सभी सरकारी सेवक एनपीएस और यूपीएस का विरोध होगा. इसके साथ पुरानी पेंशन बहाली के अनुरोध से संबंधित बैज लगाकर शांतिपूर्वक अपने सरकारी दायित्वों का निर्वहन करेंगे. प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडे द्वारा बताया गया कि चुनावी वर्ष में सरकार द्वारा सभी वर्गों के कल्याण के लिए अलग-अलग योजनाएं लागू की जा रही हैं. ऐसे समय में पूरे बिहार के सरकारी सेवक अपने संवेदनशील मुख्यमंत्री से सरकारी सेवकों के बुढ़ापे की लाठी की बहाली की उम्मीद कर रहे हैं. एनपीएस तथा यूपीएस का लगातार विरोध किया जा रहा है इसी विरोध के क्रम में और पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में 22 और 23 जुलाई को प्रदेश भर के सभी सरकारी सेवक प्रतीकात्मक रूप से बैज लगाकर अपने सरकारी दायित्वों का निर्वहन करेंगे. इसके साथ सरकार से पुरानी पेंशन बहाली का अनुरोध करेंगे. इस संबंध में सभी संघों के अध्यक्ष एवं महासचिव से भी अपील की गयी है. प्रदेश महासचिव शशि भूषण द्वारा बताया गया कि अगस्त के आखिरी सप्ताह में हम लोग पुरानी पेंशन की लड़ाई के समर्थन में एक बड़ी रैली करेंगे. प्रदेश संरक्षक प्रेमचंद सिन्हा ने कहा कि चुनावी वर्ष में अगर हम लोग रणनीतिक तौर पर सरकार पर दबाव बनाने में सफल रहे तो बिहार में पुरानी पेंशन लागू किया जाना संभव है.
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