World Happiness Day: मनीष कुमार/ आज, 20 मार्च है. जिसे ‘विश्व हैप्पीनेस दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों के मानसिक स्वास्थ्य और खुशी को प्राथमिकता देना है. हंसना न केवल खुशी का प्रतीक है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. खुश रहने से व्यक्ति तनाव, चिंता और विभिन्न बीमारियों से दूर रहता है. योग गुरु हों, चिकित्सक या फिर मनोवैज्ञानिक. ये सभी खुश रहने के फायदे बताते हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि व्यक्ति का हंसना खुश रहने को दर्शाता है. एलोपैथिक, होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक चिकित्सक भी मानते हैं कि अगर हम खुश रहते हैं, तो कई बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि जिनके शरीर और मांसपेशियों में दर्द रहता है, उनको सुबह-शाम हंसना चाहिए. इससे 100 से अधिक मांसपेशियों को आराम मिलता है. 10-15 मिनट हंसने से रात में दो घंटे गहरी नींद आती है. सपने अच्छे आते हैं. खुश रहने वाले लोगों का पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है.
सरकारी अस्पतालों में है लाफ्टर थेरेपी की व्यवस्था
शहर के प्रमुख अस्पतालों में, जैसे पीएमसीएच, एनएमसीएच, पटना एम्स, और आइजीआइएमएस में डॉक्टर्स गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को तनाव मुक्त करने के लिए लाफ्टर थेरेपी और योग जैसे उपायों का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह केवल इलाज का एक हिस्सा नहीं, बल्कि रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के प्रयास भी हैं. विशेषकर, कैंसर, न्यूरो, हार्ट और ऑटिज्म जैसे रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए यह बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है. पीएमसीएच के गैस्ट्रो विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ मनीष भास्कर कहते हैं, ‘हंसी में सेहत का राज छुपा है. हंसने, खुश रहने और सकारात्मकता से शरीर में सेरोटोनिन जैसे रसायन का स्राव होता है, जो कई बीमारियों से बचाव करता है.’
12 साल पहले हुई थी इसकी शुरुआत
विश्व हैप्पीनेस दिवस की शुरुआत 12 साल पहले 2013 में हुई थी. यूएन एडवाइजर जेम इलियन के प्रस्ताव पर 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस दिन को मनाने की बात उठी, और इसके बाद 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय हैप्पीनेस डे के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया. इस दिन को मनाने की पहल पूरी दुनिया में की गयी, और आज यह दिन पूरी दुनिया में खुशी और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाने के लिए मनाया जाता है.
जानिए- तनाव से मुक्ति व खुश रहने की अहमियत
- जिंदगी में तनाव एक सामान्य बात : वर्तमान समय में, लोगों की जिंदगी में तनाव एक सामान्य बात बन चुकी है. आइजीआइएमएस की एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ रितु सिंह कहती हैं, ‘आजकल के व्यस्त जीवन और उपभोक्तावादी संस्कृति ने मानसिक तनाव को बढ़ा दिया है, जिससे कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं.’ पर आप खुश रहकर अपने हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं. तनाव और चिंता हृदय रोगों का मुख्य कारण माने जाते हैं, जबकि खुशी और मानसिक शांति से दिल की सेहत बेहतर रहती है.
- खुश रहने से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता : मानवाधिकार विशेषज्ञ डॉ रितु रंजन का कहना है, ‘खुश रहना सिर्फ मानसिक शांति का कारण नहीं, बल्कि यह आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. आजकल आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी की एक बड़ी वजह यही है कि लोग खुद को खुश नहीं रख पाते. खुश रहना व्यक्ति का बुनियादी अधिकार है, और इस पर हमें ध्यान देना चाहिए.’ खुश रहने से आपके आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है.
ये हैं खुश रहने के फायदे
- भूख सही रहती है और पाचन तंत्र मजबूत होता है.
- व्यक्ति मानसिक रूप से शांत रहता है और तनाव से मुक्त रहता है.
- बीमारियों से बचाव होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
- एकाग्रता और फोकस में सुधार होता है.
- खुश रहने से इंसान अपनी जिंदगी को पूरी तरह से जी पाता है.
हंसने के हैं अद्भुत फायदे
- हंसी से डिप्रेशन कम होता है और नींद बेहतर आती है.
- शरीर में ऑक्सीजन का संचार बढ़ता है, जिससे शरीर और मन तरोताजा रहता है.
- हंसी से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और स्ट्रेस का स्तर घटता है.
- हंसी से दिल की सेहत को भी लाभ मिलता है, और मूड बेहतर होता है.
- हंसी से व्यक्ति ज्यादा सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करता है, जिससे मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार होता है.
खुश रहने के टिप्स
- सकारात्मक सोच अपनाएं और हर स्थिति में सकारात्मकता ढूंढें .
- संतुलित जीवन जीएं. सही खानपान, पर्याप्त नींद, और व्यायाम करें.
- सामाजिक संबंधों को मजबूत करें. अपने परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताएं.
- छोटे-छोटे पल में खुशियां खोजें. अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में छोटे-छोटे खुशियों के पल ढूंढें
- ध्यान और योग करें. यह न केवल तनाव को कम करेगा बल्कि मन को भी शांति प्रदान करेगा.