लाइफ रिपोर्टर@पटना 21 जून, शनिवार को आषाढ़ कृष्ण एकादशी के दिन गृहस्थजन योगिनी एकादशी का व्रत करेंगे, जबकि साधु-संत और सन्यासी 22 जून, रविवार को व्रत करेंगे. इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि इस पर अश्विनी नक्षत्र और जयद् योग का संयोग बन रहा है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा और व्रत करने से 88,000 ब्राह्मणों को भोजन कराने का पुण्य प्राप्त होता है. इस व्रत के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों को विशेष अनुकंपा प्राप्त होती है और मृत्यु के बाद मोक्ष का मार्ग खुलता है. ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा के अनुसार, इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम और रामचरितमानस का पाठ करने से श्रद्धालु को मुक्ति का अवसर मिलता है. साथ ही, व्रत करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है. ज्योतिषाचार्य झा ने कहा कि इस एकादशी पर पुण्डरीकाक्ष के पूजन से असाध्य रोगों, जैसे कुष्ठ और चर्म रोगों से छुटकारा मिलता है और आरोग्यता का वरदान मिलता है. ………….. पूजा का शुभ मुहूर्त एकादशी तिथि: देर रात 1:20 बजे तक शुभ योग मुहूर्त: सुबह 6:43 बजे से 08:26 बजे तक अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11:24 बजे 12:19 बजे तक चर-लाभ-अमृत मुहूर्त: 11: 51 बजे से शाम 04:59 बजे तक योगिनी एकादशी का पारण: यव (जौ) के चूर्ण से होगा.
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