RJD के ऑफिस में लालू यादव और राबड़ी देवी के अलावा एक ऐसे नेता की भी फोटो लगी है, जिनका देश की राजनीति में तो अहम योगदान रहा है, लेकिन बिहार की राजनीति में बहुत हस्तक्षेप नहीं रहा है. यह नेता कोई और नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव हैं. मुलायम सिंह यादव और लालू यादव दोनों ही देश के राजनीति के बड़े नाम हैं. जहां मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक्टिव रहे हैं तो वहीं लालू यादव बिहार की. लेकिन दोनों नेताओं के बीच सिर्फ राजनैतिक संबंध ही नहीं, वे लोग अच्छे दोस्त होने के साथ साथ रिश्तेदार भी है.

दोनों नेताओं में है समधी का रिश्ता
लालू यादव की सबसे छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव से हुई है. तेज प्रताप यादव, मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रणवीर सिंह यादव के पोते हैं. इसी रिश्ते से लालू यादव और मुलायम सिंह यादव समधी भी हैं. मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट छोड़ा और तेज प्रताप यादव यहां से सांसद बन गए.

जब दोनों के रिश्तों में आ गयी थी खटास
90 के दशक में जब पिछड़ी जातियों के नेताओं का दबदबा बढ़ रहा था, तब लालू यादव और मुलायम सिंह यादव दोनों बड़े चेहरे बनकर सामने आए. शुरुआत में साथ रहे, लेकिन “कौन बड़ा नेता?” के सवाल ने उन्हें अलग कर दिया. 1997 में जब देवगौड़ा को पीएम के पद से हटाया गया, तो मुलायम सिंह का नाम नए प्रधानमंत्री के लिए लगभग तय था. लेकिन लालू यादव ने उनका विरोध कर दिया और अपनी पार्टी की तरफ से मुलायम सिंह यादव के नाम पर वीटो लगा दिया. इस विरोध के चलते मुलायम सिंह पीएम नहीं बन पाए और उनकी जगह इंद्र कुमार गुजराल को प्रधानमंत्री बना दिया गया. हालांकि बाद में लालू यादव ने मुलायम सिंह का हमेशा साथ दिया. (यह खबर इंटर्न श्रीती सागर ने लिखी है)