सहरसा. करीब 53 साल से रेलवे की जमीन पर बसा एफसीआई गोदाम अब हटेगा. रेलवे स्टेशन के विकास के लिए रेलवे के संबंधित विभाग ने डिवीजन के निर्देश पर बुधवार को एफसीआई गोदाम हटाने के लिए नोटिस चिपका दी है. नोटिस के माध्यम से जानकारी दी गयी है कि एफसीआई गोदाम का करारनामा बहुत पहले समाप्त हो चुका है. इस करारनामा का अब तक नवीनीकरण भी नहीं किया गया है. वर्तमान में रेलवे स्टेशन परिसर का विस्तारीकरण होना है. इस कारण रेलवे को इस भूमि की आवश्यकता है एवं अति शीघ्र रेलवे की इस जमीन को खाली कर दें. हालांकि, खाली करने के लिए डिवीजन के निर्देश पर कुछ दिन का समय भी दिया गया है. वहीं डिवीजन के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय खाद्य निगम विभाग गोदाम हटाने के साथ रेलवे का बकाया भी भरे. 21 से 22 करोड़ का है बकाया रेल सूत्र के मुताबिक रेलवे का एफसीआई पर 21 से 22 करोड़ रुपये बकाया है, जबकि रेलवे ने बकाया राशि के भुगतान के लिए कई बार एफसीआइ के अधिकारियों को लिखित में अवगत कराया है. डीआरएम स्तर पर कई बार नोटिस भेजी गयी है. 35 साल का था करारनामा रेल सूत्र के मुताबिक 1972 में रेलवे ने भारतीय खाद्य निगम विभाग को 35 साल के लिए रेलवे की खाली प्लॉट गोदाम के लिए दिया था. दोनों विभागों के बीच 35 साल का करारनामा था, लेकिन कॉन्ट्रैक्ट अवधि समाप्ति के बाद एफसीआई ने इसे रिनुअल नहीं कराया. जबकि रेल विभाग इस संदर्भ में कई बार एफसीआई को नोटिस भेजा था. लंबे समय से है बकाया रेल समस्तीपुर डिवीजन के अधिकारियों के मुताबिक रेलवे का एफसीआई पर लंबे समय से बकाया है. जबकि कई बार एफसीआई को बकाया राशि भुगतान के लिए नोटिस भी दिया गया है. रेलवे का करीब दो एकड़ जमीन पर एफसीआई गोदाम फैला हुआ है. क्या है मामला अमृत भारत स्टेशन के बाद सहरसा जंक्शन के विकास के लिए रेलवे स्टेशन एवं रेलवे परिक्षेत्र का री-डेवलपमेंट होगा. सहरसा में यार्ड रीमॉडलिंग के लिए रेलवे बोर्ड ने 157 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी है. एफसीआई गोदाम रेलवे प्लेटफार्म संख्या एक से काफी सटा है. यार्ड रीमॉडलिंग वर्क जल्दी शुरू होगा. ऐसे में स्टेशन के विकास के लिए एफसीआई गोदाम खाली करने के लिए रेलवे ने विभाग से नोटिस जारी किया है. फोटो – सहरसा 15- एफसीआई गोदाम
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है