छपरा. एक समय था जब छपरा सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में संसाधनों की भारी कमी थी. प्रसव पीड़ित महिलाओं को समुचित सुविधा नहीं मिल पाती थी.
लेकिन, अब स्वास्थ्य विभाग की पहल और जिला प्रशासन की सतत निगरानी के कारण यहां बेहतर बदलाव देखने को मिल रहा है. मातृ-शिशु अस्पताल का निर्माण इसी उद्देश्य से कराया गया है कि गर्भवती महिलाओं को एक ही छत के नीचे संपूर्ण और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके. यहां न केवल सामान्य प्रसव, बल्कि सिजेरियन ऑपरेशन की भी सुविधा है. अस्पताल में भर्ती के बाद प्रसव तक की पूरी प्रक्रिया और नवजात की देखभाल के लिए स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट की भी व्यवस्था की गयी है.संस्थागत प्रसव और सिजेरियन में आयी बढ़ोतरी
अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि मातृ शिशु अस्पताल में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. एक समय था कि डिलिवरी के बाद प्रसव पीड़ित महिला या उसके परिजन एक दिन भी अस्पताल में रुकना नहीं चाहते थे. लेकिन, अब तस्वीर बदल चुकी है. व्यवस्था इतनी अच्छी हो गयी है कि प्रसव के बाद महिलाएं एक सप्ताह तक रुक रही हैं. मातृ शिशु अस्पताल शुरू होने से हमारे संस्थागत प्रसव की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी. ओपीडी मरीज की संख्या में भी 30 फीसदी वृद्धि दर्ज की गयी है. नॉर्मल डिलिवरी 20 फीसदी बढ़ा है. साथ ही सिजेरियन दोगुना हो रहा है.लिफ्ट की सुविधाएं उपलब्ध
लिफ्ट सेवा शुरू होने से मरीजों को विभिन्न मंजिलों पर बने वार्ड और ऑपरेशन थियेटर तक आसानी से पहुंच मिल रही है. इससे आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई संभव हो पा रही है. इससे कई जिंदगियां सुरक्षित हो रही हैं. पहले जहां अधिकतर महिलाएं निजी अस्पतालों का रुख करती थीं. अब वे सरकारी अस्पताल में ही भरोसे से इलाज करा रही हैं. सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. भविष्य में यहां और भी अत्याधुनिक उपकरण और सेवाएं जोड़ी जायेंगी. इस अस्पताल में पीआइसीयू, माइनर ओटी, मेजर ओटी, नर्सिंग स्टेशन, दवा की सुविधाएं, जांच की सुविधा, परामर्श की सुविधाएं उपलब्ध हैं. यह अस्पताल पूरी तरह से वातानुकूलित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है