सोनपुर. श्रावण माह की सोमवारी पर हरिहर क्षेत्र सोनपुर स्थित पहलेजा घाट गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर एवं गंडक नदी के पुलघाट, गजेंद्र मोक्ष घाट, काली घाट सहित दो दर्जन से अधिक घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगायी. पहलेजा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान करती दिखी. पूरा हरिहरक्षेत्र बाबा हरिहरनाथ की जय जयकार से गूंज उठा. भक्तों की भारी भीड़ देर रात से ही बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक करती देखी गयी. सोमवार को दोपहर बाद तक जलाभिषेक का सिलसिला चलता रहा. पूरे प्रशासनिक चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच पंक्तिबद्ध होकर भक्तों ने अरघा के माध्यम से जलाभिषेक किया. सोनपुर के शनिदेव मंदिर व सूर्य मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने पूजा-पाठ की. वहीं, गौड़ी शंकर मंदिर, स्टेशन गेट स्थित नर्वदेश्वर मंदिर, जड़ भरत आश्रम, बाबा नेहालनाथ मंदिर सहित चार दर्जन से अधिक शिव मंदिरों में सोमवार को जलाभिषेक और पूजा-अर्चना को लेकर काफी भीड़ रही. इस दौरान हर हर बम बम, जय जय शिव शंकर गूंजता रहा. बाबा हरिहरनाथ के अलावा सोनपुर क्षेत्र के विभिन्न शिव मंदिरों में भी भक्तों ने जलाभिषेक किया. विभिन्न मंदिरों में भी भक्तों ने पूजा-अर्चना की. चिड़ियां मठ स्थित बाबा विशालनाथ मंदिर, लिंगीलोदभूत उमा महेश्वर शिव मंदिर, काली मंदिर के जुड़वा मंडप में स्थित शिवलिंग, आपरूपी गौरीशंकर मंदिर, कष्टहरिया शिव परिवार मंदिर के अलावा सोनपुर स्टेशन गेट स्थित नर्मदेश्वर नाथ मंदिर, राहर दियारा चौक स्थित भूतेश्वर नाथ मंदिर, शाहपुर स्थित नेहाल नाथ मंदिर, सबलपुर स्थित संगमेश्वर नाथ मंदिर एवं गंडकेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक किया. हरिहरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सुशील चंद्र शास्त्री एवं पंडित पवन जी पांडेय द्वारा मुख्य पूजा के पश्चात आम श्रद्धालुओं के जलाभिषेक के लिए बाबा हरिहरनाथ का पट अहले सुबह में ही खोल दिया गया. जगह-जगह पर पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी के कारण लोगों को असुविधा का सामना पूजा-पाठ के दौरान नहीं करना पड़ा. वहीं, अनुमंडल प्रशासन की ओर से चिकित्सकों की पूरी टीम हरिहरनाथ मंदिर में तैनात की गयी थी. मंदिर परिसर के बाहर और अंदर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही थी.
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