सोनपुर. वैसे तो पूरे वर्ष भोलेनाथ का जलाभिषेक और पूजा-पाठ का महत्व है, लेकिन सावन में जलाभिषेक और पूजा-पाठ का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. हरिहर नाथ मंदिर के मुख्य अर्चक आचार्य सुशीलचंद्र शास्त्री का कहना है कि श्रावण माह मे जलाभिषेक, व्रत, पूजा-पाठ, हरि स्मरण, वेद पाठ, मंत्र जाप, दान-पुण्य करने से कई गुना ज्यादा पुण्य लाभ मिलता है. सावन में बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक और पूजा-पाठ करने पर शिव व विष्णु दोनों की कृपा मिलती है. उन्होंने बताया कि हरिहर क्षेत्र सोनपुर हरि और हर की एक साथ पूजा का स्थान है. बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक करने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है.वही लोक सेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा कहते हैं कि भोलेनाथ पर जलाभिषेक और शनिदेव एवं सूर्य देव की पूजा-पाठ करना सांसारिक सुखों व कामनाओं की पूर्ति के लिए उत्तम है.
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