छपरा. बीते दो दिनों से बारिश हो रही है. बारिश के बाद शहर के लगभग सभी मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति बन गयी है. जलनिकासी को लेकर नालों की उड़ाही के लिए नगर निगम के सभी दावे फेल हो गये हैं.
शहर के 70 फीसदी मुहल्लों में जलनिकासी के सभी रास्ते बंद हैं. नगर निगम ने जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त कराने को लेकर कार्य करने की बात कही थी. लेकिन, बरसात में जलनिकासी के इंतजाम के सभी दावे फेल हो गये. सोमवार की सुबह हुई बरसात के बाद कई मुहल्ले के लोगों ने जलनिकासी कराने की मांग करते हुए अपनी शिकायत नगर निगम में दर्ज करायी. लेकिन देर शाम तक अधिकतर इलाकों में निकासी को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं किये गये. उधर नगर निगम प्रशासन का कहना है कि उड़ाही का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कराया गया है.निर्माण वाले इलाकों में स्थिति बदतर
बरसात के बाद अधिकतर निर्माण वाले इलाकों में जलजमाव व कीचड़ से आवागमन प्रभावित हो रहा है. जिन इलाकों में डबल डेकर का निर्माण कार्य चल रहा है. वहां सड़क पर गड्ढे खोदे जाने से सड़क पर जमा मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गयी है, जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है. वहीं, कई इलाकों में नल जल योजना, नमामि गंगे प्रोजेक्ट, गैस पाइपलाइन परियोजना के तहत पूर्व में कार्य हुआ है. ऐसे इलाकों में सड़क जर्जर है. जिस कारण भी स्थिति बदतर हो गयी है. गांधी चौक, मेवालाल चौक, नेहरू चौक, बस स्टैंड रोड, मालखाना रोड, अस्पताल रोड, मोहन नगर, रावल टोला, कटहरी बाग आदि इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है.सरकारी कार्यालयों के सामने जमा हुआ पानी
शहर के थाना चौक से लेकर अस्पताल के बीच जितने भी सरकारी कार्यालय या सरकारी अधिकारियों के आवास हैं. उन सब के सामने भारी मात्रा में पानी जमा हो गया है. थाना चौक से डाक बंगला चौक के बीच सड़क किनारे पानी जमा होने से विभिन्न कार्यालय में जाने में दिक्कत हो रही है. वहीं इस रूट में जितने स्कूल कॉलेज हैं. उसके मुख्य गेट पर भी पानी जमा हो गया है. सड़क किनारे पानी जमा होने से फुटपाथी दुकानदारों को भी परेशानी हो रही है.
बाजारों में नहीं आ रहे खरीदार, कारोबार प्रभावित
नालों की उड़ाही नहीं होने के कारण शहर के अधिकतर बाजारों में भी स्थिति बदतर हो चुकी है. जिस कारण कारोबार पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. सरकारी बाजार, मौना व पुरानी गुड़हट्टी के इलाकों में आने वाले खरीदारों को जलजमाव व कीचड़ के बीच गुजरना पड़ रहा है. वहीं कई दुकानों के सामने कीचड़ जमा हो जाने से दुकानदारों को अपनी दुकान खोलने में भी परेशानी हो रही है. ग्रामीण क्षेत्र से अधिकतर ग्राहक जलजमाव की स्थिति देख दूसरे बाजार में चले जा रहे हैं. फल व सब्जी मंडी में भी स्थिति बदतर हो गयी है.बरसात के दौरान खोदे गये गड्ढे से हादसे का डर
नगर निगम द्वारा बरसात के दौरान ही कई जगहों पर नालों की उड़ाही करायी जा रही है. जिस कारण कीचड़ सड़क पर फैल रहा है. वहीं दूसरी ओर गैस पाइपलाइन योजना व अन्य दूसरे कार्यों के लिए शहर के कई इलाकों में आठ से 10 फुट गड्ढे खोदे गये हैं. अब बरसात के बाद इन गड्ढों में पानी जमा हो गया है. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. शहर के हरिमोहन गली, सलेमपुर, माधव बिहारी लेने, मोहन नगर, सरकारी बाजार, गुदरी, रतनपुरा आदि इलाकों में कई जगहों पर आठ से 10 फुट गड्ढे खोदकर छोड़ दिये गये हैं. वहीं, यहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई बैरिकेडिंग भी नहीं की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है