दिघवारा. प्रखंड के आमी स्थित मां अंबिका भवानी मंदिर में सोमवार को सावन की अंतिम सोमवारी पर पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ दिखी और शिवभक्तों की भीड़ से मंदिर का चप्पा-चप्पा पटा नजर आया.
इस दौरान पूरा मंदिर परिसर शिवभक्ति में लीन दिखा. मूसलाधार बारिश के बीच भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी. बारिश के बीच ही दूर दराज से आये श्रद्धालुओं ने पहले गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगायी और फिर बेलपत्र, अक्षत, धतूरा, दूध, फूल व जल लेकर मंदिर के गर्भगृह के उत्तरी छोर पर स्थित विशालकाय भोलेनाथ की मूर्ति के सामने बने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और अपनी मन्नतों के पूर्ण होने की कामना की. जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं को भीड़ से संघर्ष करना पड़ा. जलाभिषेक के बाद भीड़ से लंबे संघर्ष के बाद श्रद्धालु गर्भगृह के सामने पंक्तिबद्ध होकर गर्भगृह तक पहुंचे, जहां गर्भगृह के अंदर कन्हैया तिवारी, कुंदन तिवारी व रंजन तिवारी आदि पुजारियों ने श्रद्धालुओं के प्रसाद व चुनरी को पिंड पर अर्पित किया और हर किसी की खुशहाली की कामना की. मन्नत पूर्ण हुए श्रद्धालुओं ने पिंड पर चुनरी चढ़ायी और अपनी कृतज्ञता व्यक्त की. पूरे मंदिर परिसर में बोल बम, हर हर महादेव और मां अंबिका भवानी के जयकारे गूंजते रहे. मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखे और थानाध्यक्ष डॉ रितेश कुमार मिश्रा अपने दल बल के साथ सक्रिय दिखे. पुरुष व महिला प्रवेश द्वारों के अलावा मंदिर परिसर में कई जगहों पर पुलिस के जवान श्रद्धालुओं को हरसंभव सहयोग देते दिखे. न्यास से जुड़े रितेश तिवारी समेत स्थानीय पुजारियों ने भी श्रद्धालुओं को हरसंभव सहयोग दिया. दिनभर मंदिर में प्रदेश के कई जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रशासनिक पदाधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों को माथा टेकते देखा गया. मंदिर के आसपास की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ दिखी और महिला श्रद्धालु विभिन्न दुकानों पर व्यक्तिगत व घरेलू उपयोग के सामान की खरीदारी में व्यस्त दिखीं.कई प्रखंडों से जलाभिषेक करने आमी पहुंचे श्रद्धालु
दिघवारा, दरियापुर, गरखा और परसा आदि कई प्रखंडों से श्रद्धालु समूह में भक्तिमय गीतों पर झूमते, नाचते, गाते आमी पहुंचे और फिर गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद जलभरी कर मां अंबिका का दर्शन करने के बाद अपने घर लौटकर शिवालयों में बने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था और हर कोई शिवभक्ति में सराबोर होता नजर आया. एनएच 19 पर दिन भर शिव भक्ति में लीन श्रद्धालु अपने गंतव्यों की ओर जाते दिखे. वहीं स्थानीय लोगों ने अपने-अपने स्तर से शिवभक्तों को हर संभव सहयोग देने की कोशिश की. फिजाओं में भोलेनाथ पर आधारित गीतों की गूंज रही और हर कोई शिव की आराधना में लीन नजर आया. नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के शिवालयों में भी अंतिम सोमवारी को लेकर विशेष तैयारियां दिखीं और इन शिवालयों में देर शाम तक रौनक देखने को मिली. व्रतधारी महिलाएं शिवालयों में देर शाम तक पूजा-अर्चना में लीन दिखीं. हर किसी को पूजा-अर्चना में तल्लीन देखा गया. महिलाओं ने समूह में पूजा की और फिर अपनी मन्नतों के पूर्ण होने की कामना की.आमी घाट पर दिखा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
आमी के मां अंबिका भवानी घाट व नमामि गंगे घाट के समीप खतरनाक स्थिति दिखी और इन दोनों घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखे. दिघवारा व अवतारनगर पुलिस को अपने-अपने थाना क्षेत्र के घाटों पर मुस्तैद देखा गया. बढ़े जल स्तर के बीच श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए नदी में बैरिकेडिंग की गयी थी और श्रद्धालुओं को उससे आगे न जाने की अपील की जा रही थी. पुलिस के पदाधिकारी श्रद्धालुओं को समझाते हुए गहरे पानी में जाने से रोक रहे थे. श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट रहे थे. दोनों गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने व जलभरी के लिए आस्था का हुजूम उमड़ पड़ा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है