Bihar News: सासाराम के इंद्रपुरी बराज में रविवार को डूबी तिलौथू प्रखंड क्षेत्र के नयका गांव की दो किशोरियों का शव अब तक नहीं मिल पाया है. एसडीआरएफ की टीम खोज में जुटी है. बैराज से पानी का बहाव कम करने के बाद भी धार में तेजी के कारण टीम को परेशानी होती रही. रात होने के कारण एसडीआरएफ की टीम ने अभियान को स्थगित कर दिया है. सुबह फिर किशोरियों की खोजबीन शुरू होगी. इधर, किशोरियों को नदी में डूबने को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम रहा. जानकारी के अनुसार, दोनों किशोरियों की उम्र करीब नौ और 13 वर्ष ही है. ऐसी अवस्था में आत्महत्या करने की सोचना बहुत मुश्किल है.
दोनों ने एक साथ सोन नदी में लगा दी थी छलांग
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार किशोरियां इंद्रपुरी बराज पर एक राहगीर से मोबाइल पर अपने मौसी से बात की. फिर, इसके बाद दोनों सोन नदी में छलांग लगा दी. राहगीर जब तक कुछ समझते, दोनों नदी में डूब चुकी थीं. सोन नदी में डूबी किशोरियों के पिता ने बताया कि मैं मजदूरी कर अपने परिवार को चलाता हूं. तीन बेटियां व एक बेटा है. मैं सुबह पशु चराने घर से निकल गया था. मेरी पत्नी सोमवारी की तैयारी के लिए खरीदारी करने तिलौथू गईयी थी. घर आने पर पता चला कि दोनों अब तक घर नहीं लौटीं हैं. काफी खोजबीन के बाद शाम में किशोरियों की मौसी ने फोन पर बताया कि दोनों बच्चियां सोन नदी में कूद गयी हैं.
एसडीआरएफ की तलाश जारी
हम लोग भागते हुए इंद्रपुरी बराज पहुंचे. यहां पता चला कि दोनों बेटियों ने अपना दुपट्टा और चप्पल एक पेड़ के नीचे रखा था और बराज के फाटक में जहां तेज धार में पानी बहता है, उसमें कूद पड़ी हैं. उस राहगीर के फोन से किशोरियों ने अपनी मौसी से बात की थी, उसी राहगीर ने घटना के बाद इसकी सूचना उसी नंबर पर उनकी मौसी को दी. इधर, इंद्रपुरी थाने के पुलिस व तिलौथू सीओ ने घटना स्थल पर दिन भर डटे रहे. दोनों किशोरियां मिडिल स्कूल भिसड़ा में कक्षा सात और छह में पढ़ाई करती थी. इस संबंध में तिलौथू सीओ हर्ष हरि ने बताया कि एसडीआरएफ की तलाश जारी है. अभी तक बच्चियां मिली नहीं है. कल भी तलाश जारी रहेगा.