Bihar News: बिहार सरकार ने सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में मां सीता की जन्मस्थली पर एक भव्य जानकी मंदिर के निर्माण का निर्णय लिया है. यह निर्णय धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सरकार ने इसके पुनर्विकास के लिए ‘श्री जानकी जन्मभूमि पुनौरा धाम मंदिर न्यास समिति’ के गठन की घोषणा की है, जो इस परियोजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालेगी.
न्यास समिति की संरचना
इस न्यास समिति में कुल 9 सदस्य होंगे. मुख्य सचिव समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि विकास आयुक्त को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सीतामढ़ी के जिलाधिकारी सचिव की भूमिका निभाएंगे और उप विकास आयुक्त कोषाध्यक्ष होंगे. साथ ही पुनौरा धाम मठ के महंत, पर्यटन विभाग, सड़क निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, और तिरहुत के अनुमंडल आयुक्त भी समिति के सदस्य होंगे. इस समिति को तत्काल प्रभाव से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मंदिर का निर्माण शीघ्र पूरा किया जा सके. समिति के बैंक खाते का संचालन सचिव और कोषाध्यक्ष मिलकर करेंगे, जिससे पारदर्शिता और सुचारु वित्तीय संचालन सुनिश्चित होगा.
भव्य मंदिर का डिजाइन और बजट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 22 जून को जानकी मंदिर के अंतिम डिजाइन का अनावरण किया था. इस मंदिर को अयोध्या के श्रीराम मंदिर की तर्ज पर भव्य रूप में बनाया जाएगा. राज्य मंत्रिमंडल ने इसके लिए 120 करोड़ रुपये के बजट को पहले ही मंजूरी दे दी है. यह राशि मंदिर के निर्माण, क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, सुविधाओं के विकास और पर्यटकों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर खर्च की जाएगी. मंदिर का डिजाइन पारंपरिक भारतीय वास्तुकला और धार्मिक प्रतीकों से सुसज्जित होगा, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा.
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पुनौरा धाम सीतामढ़ी शहर से लगभग 5 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है और यह स्थान मां सीता की जन्मस्थली के रूप में श्रद्धालुओं के बीच विख्यात है. हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर के निर्माण से इस क्षेत्र को एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. इससे न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय व्यापार, रोजगार और अवसंरचना में भी वृद्धि होगी.