सीतामढ़ी
रामायण रिसर्च काउंसिल की देखरेख में बखरी में मां जानकी की भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया जाना है. बखरी में मंदिर को लेकर गतिविधियों में पुनौरा मंदिर की तस्वीरों के उपयोग कर लोगों को दिग्भ्रमित किये जाने को लेकर स्थानीय सिविल कोर्ट में एक मुकदमा दायर किया गया है. शहर के निवासी राजीव कुमार ने काउंसिल के अध्यक्ष, संरक्षक सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, संस्थापक कुमार सुशांत, बिहार प्रभारी बब्बन सिंह को मुकदमे में आरोपित किया है. गवाहों में पुनौरा मंदिर के महंत कौशल किशोर दास समेत अन्य शामिल हैं. परिवादी ने कहा है कि एक न्यूज चैनल पर ‘रामायण रिसर्च काउंसिल परिवार’ की प्रेस वार्ता सुनी. विषय था रामायण रिसर्च काउंसिल के तत्वाधान में मां सीता के भव्य मंदिर निर्माण का. इस दौरान काउंसिल के संस्थापक कुमार सुशांत ने बयान दिया कि अयोध्या की तरह मां सीता के प्राकट्य क्षेत्र में भी जानकी जन्मभूमि पर जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण किया जायेगा. कुमार को यह सुन अजीब लगा. मां सीता की प्राकट्य स्थली पुनौरा धाम में है, जहां अयोध्या के तर्ज जानकी की मंदिर के निर्माण की घोषणा केंद्र व राज्य सरकार पूर्व में ही कर चुकी है. काउंसिल की वेबसाइट पर राम जानकी मंदिर, बखरी की जगह पुनौरा धाम की तस्वीर लगायी गयी है. यानी काउंसिल द्वारा लोगों दिग्भ्रमित किया गया है.
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