— शिलान्यास के बाद देश दुनिया में और प्रसिद्ध होगा सीतामढ़ी का नाम
सीतामढ़ी.
पिछले करीब डेढ़ दशक में नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जानकी जन्मभूमि, पुनौरा धाम में पर्यटकों के आने का सिलसिला साल दर साल और महीने दर महीने और तेज हुआ है. खासकर 2011 से यहां प्रत्येक वर्ष प्राख्यात कथावाचक व तुलसीपीठाधीश्वर रामभद्राचार्य जी महाराज जानकी नवमी के अवसर पर श्रीराम कथा सुनाने आते हैं, तब से पुनौरा धाम की प्रसिद्धि धीरे-धीरे देश से लेकर दुनिया भर में बढ़ी है. अब केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा पुनौरा धाम में आराध्य श्रीराम की जन्मभूमि, अयोध्या की तरह भव्य मंदिर निर्माण कराने के साथ ही करीब 68 एकड़ भूमि में मंदिर का समग्र विकास करने की तैयारी की गयी है. आगामी आठ अगस्त को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों ऐतिहासिक रूप से भव्य भूमि-पूजन सह शिलान्यास कार्यक्रम होना है. इसकी घोषणा के बाद से पुनौरा धाम में पर्यटकों के आने का सिलसिला और तेज हो गया है. महंत के उत्तराधिकारी राम कुमार दास व लंबे समय से मंदिर के कार्यकर्ता रहे श्रवण कुमार समेत अन्य से मिली जानकारी के अनुसार, पुनौरा धाम में लगातार पर्यटकों के आने का सिलसिला बढ़ रहा है, जिससे पूरा मंदिर परिसर पर्यटकों से गुलजार रहता है. मां सीता के भव्य मंदिर के शिलान्यास की घोषणा के बाद से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व झारखंड समेत देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटक आ रहे हैं. इन दिनों प्रतिदिन दर्जनों पर्यटक बसों से सैकड़ों श्रद्धालु मां जानकी की जन्मभूमि का दर्शन करने आ रहे हैं. आगामी आठ अगस्त को शिलान्यास हो जाने के बाद मंदिर की प्रसिद्धि और बढ़ेगी और सीतामढ़ी पुनौरा धाम को देश और दुनियां में लोग जानने लगेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है