सीतामढ़ी. नगर निगम में मंगलवार को सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी थी, लेकिन हंगामे के कारण बैठक स्थगित हो गयी. दरअसल, बैठक के प्रारंभ में ही वार्ड पार्षदों ने अपनी योजनाओं को चर्चा की सूची में नहीं डाले जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की और विरोध करने लगा. देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया. स्थिति इतनी बिगड़ गयी कि मेयर रौनक जहां ने गुस्से में माइक पटक दिया. वहीं, पार्षद सीमांत शेखर ने कुर्सी उठाकर जमीन पर पटक डाला. कुछ देर के लिये सभागार रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मेयर रौनक जहां परवेज अपनी कुर्सी से उठकर बैठक से बाहर निकल गयीं. बाद में बैठक बिना किसी प्रस्ताव के स्थगित करनी पड़ी. बैठक दोपहर बाद निर्धारित समय से आधा घंटे देर से शुरू हुई थी, लेकिन जैसे ही बैठक में चर्चा सूची पढ़ी गयी, पार्षदों ने उनकी योजनाओं को सूची में शामिल नहीं हुआ देख हंगामा शुरू कर दिया. पार्षदों का आरोप था कि बैठक से 48 घंटे पहले दी गयी एजेंडों को सूची में शामिल नहीं किया गया. विशेषकर पार्षद सीमांत खिरहर, अंशुल प्रकाश, सुरेंद्र साह व अन्य 32 पार्षदों ने जलजमाव, साफ-सफाई, संसाधनों की कमी और जल संकट जैसे मुद्दों पर संयुक्त रूप से आवेदन दिया था. बैठक में एमएलसी वंशीधर ब्रजवासी, नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय व नगर निगम के अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी समेत दर्जनों वार्ड पार्षद शामिल थे.
बैठक को स्थगित करने की घोषणा के बाद मेयर सभागार से बाहर निकल गयीं, लेकिन कुछ देर बाद वे अपने पति आरिफ हुसैन के साथ फिर से सभागार में लौटीं. इस पर पार्षदों ने कड़ी आपत्ति जतायी. पार्षदों का कहना था कि बाहरी व्यक्ति को बैठक के दौरान सभागार में प्रवेश की अनुमति नहीं है. मेयर पति की मौजूदगी को लेकर करीब 20 मिनट तक तीखी बहस चली. कई पार्षदों ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन करार देते हुए विरोध किया.
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