प्रतिनिधि, सीवान. जिला प्रशासन का दावा है कि पचरुखी प्रखंड के सहलौर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एचडब्ल्यूसी) को जबसे नया भवन मिला है, वहीं ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है. अक्टूबर 2024 से मई 2025 के बीच यहां 3326 मरीजों का ओपीडी में इलाज़ किया गया. अक्टूबर 2024 में 360, नवंबर में 358, दिसंबर में 522, जनवरी 2025 में 432, फ़रवरी में 437, मार्च में 418, अप्रैल में 404 और मई में 395 ग्रामीण अपना उपचार करा चुके हैँ. जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि नौ महीने पहले मिले नये भवन में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. स्वास्थ्यकर्मी भी ठीक से बैठते हैं और लोगों की समस्याओं को सुनकर समाधान कर पाते हैं. अब 151 तरह की दवा का पर्याप्त स्टॉक और 14 प्रकार की डायग्नोस्टिक जांच की सुविधा सहज उपलब्ध है. यहां उपचार के लिए आये 72 वर्षीय स्थानीय मुख़्तार सिंह कहते हैं कि शहर से दूर इस सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में यह स्वास्थ्य केंद्र हमलोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. जब तक यह नहीं था तो जरूरत पड़ने पर हमलोगों को गांव से दूर महाराजगंज, पचरुखी या सीवान सदर अस्पताल जाना पड़ता था. सहलौर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सपना कुमारी ने बताया कि नया भवन बनने से स्थानीय लोगों को 151 प्रकार की दवाएं मिल जा रही हैं. इस सेंटर पर रक्त जांच, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, ब्लड ग्रुप, फाइलेरिया, डेंगू, यूरिन प्रीग्नेंस, सोडियम, एचआईवी, हेपटाइटिस, मलेरिया, सिप्लिस, वाटर टेस्टिंग, टीबी या कैंसर स्क्रीनिंग आदि की सुविधा उपलब्ध है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रिंस अभिषेक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का प्रयास रहता है कि मरीजों को इलाज के साथ-साथ शत-प्रतिशत निःशुल्क दवा भी उपलब्ध करायी गई है. अब पंचायत स्तर पर संचालित आम के माध्यम से शत- प्रतिशत दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है