Bihar Crime: सीवान जिले की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सीवन में सक्रिय एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी नकली गेमिंग एप डाउनलोड कराकर ठगी करते थे. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई है. जानकारी के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर साइबर थाना सीवान के पुलिस उपाधीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी.
छापेमारी टीम ने गिरोह के सदस्यों को दबोचा
गठित टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर गिरोह के सदस्यों को दबोच लिया. पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे गेमिंग एप के जरिये लोगों से बैंक डिटेल्स, ओटीपी व आधार जानकारी लेकर उनके खातों से पैसे निकालते थे. पुलिस को छापेमारी में बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, दस्तावेज व नकदी बरामद हुई है. इनमें 2 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 74 हजार नकद, 26 एटीएम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, 17 यूपीआई स्कैनर, 2 मोटरसाइकिल, बायोमैट्रिक मशीन, पासबुक, आधार-पैन कार्ड और अन्य डिजिटल उपकरण शामिल हैं.
साइबर फ्रॉड के खिलाफ कार्रवाई
जांच में पता चला है कि जिन बैंक खातों का उपयोग ठगी में किया गया, उनमें से पांच खातों के खिलाफ पहले से ही 20 शिकायतें राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर दर्ज हैं, इससे स्पष्ट है कि गिरोह का नेटवर्क बिहार के बाहर भी फैला हुआ था. गिरफ्तार अभियुक्तों में सुनित कुमार, अनिकेत कुमार, राज कुमार, भान्नी कुमार, आदित्य कुमार और बंटी कुमार सिंह शामिल हैं. सभी सिवान जिले के निवासी हैं. इन्हें साइबर थाना कांड संख्या 74/25 के अंतर्गत न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.
इस अभियान में डीएसपी सुशील कुमार, निरीक्षक विजय कुमार यादव, डीआईयू प्रभारी अखिलेश कुमार, थाना प्रभारी अशोक कुमार दास समेत कई पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही. वहीं पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील की है कि वे किसी अनजान एप पर अपनी बैंक या निजी जानकारी साझा न करें. किसी भी साइबर ठगी की सूचना तुरंत 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी थाना को दें.
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