प्रतिनिधि, गुठनी. प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार की शाम धीमी हवा और बारिश के चलते बिजली आपूर्ति लगभग अठारह घंटे से अधिक पूर्णतः प्रभावित रही. बाद में थोड़ी देर बिजली आपूर्ति रही, तो बारिश ने फिर सिस्टम को बिगाड़ दिया. गांवों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती होती रही. रविवार रात से सोमवार की दोपहर तक नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई पूर्णतः बाधित रही. खास कर गुठनी, हनुमानगंज, योगियाड़ीह, बलुआ, ग्यासपुर, मैरीटार, तिरबलुआ, भरौली, सेलोर, बरपलिया, जतौर, देवरिया गांव में बिजली कटौती से लोग परेशान रहे. कई दिनों से मैरीटार फीडर में बिजली आपूर्ति का सिस्टम ठीक नहीं है. कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों से शिकायत करते हैं, समय रहते सुनवाई नहीं होती. ग्रामीणों का आरोप है की थोड़ी सी आंधी, पानी, बारिश, तेज हवा में बिजली कटौती घंटो तक किया जा रहा है. उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी के कर्मियों और अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर फोन करने पर कोई रिस्पांस नहीं मिलता है. सुनील ठाकुर, हरिश चंद्र जायसवाल, महंत उपाध्याय, अवधेश यादव, उदय प्रताप सिंह, राजेश साहनी का कहना है कि बिजली कंपनी उपभोक्ताओं के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने विधायक, प्रमुख, डीएम, चेयरमैन, एसडीओ, बिजली कंपनी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर और जेई से इस समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की छह से आठ घंटे मिल रही है बिजली प्रखंड में उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई मात्र छह से आठ घंटे ही मिल पा रही है. लोगों की माने तो विगत एक सप्ताह से अधिक से इस तरह की कटौती बिजली कंपनी द्वारा लगातार किया जा रहा है. उपभोक्ताओं की शिकायत पर भी आज तक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने कोई ठोस पहल नहीं किया. जिससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. उनका कहना था कि लगातार इस तरह की कटौती से काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है. बोले कार्यपालक अभियंता अत्यधिक लोड, कुछ तकनीकी खराबी व तार पर पेड़ गिर जाने से बिजली सप्लाई बाधित रहती है. जैसे ही लोड, तकनीकी खराबी और पेड़ की टहनियों की छटाई हो जाता है. बिजली सप्लाई को भी चालू कर दिया जाता है. यशवंत कुमार , कार्यपालक अभियंता
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