भगवानपुर हाट. प्रखंड के खेढ़वां पंचायत स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर में एक अगस्त को लगने वाले वार्षिक मेले की तैयारियां जहां जोर-शोर से चल रही हैं, वहीं मेला स्थल तक पहुंचने वाली सड़क की बदहाली श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है. बसंतपुर से खेढ़वां की ओर जाने वाली महामाया पथ की स्थिति झगड़ू मोड़ के पास से लेकर मिडिल स्कूल तक बेहद खराब हो चुकी है. गंडक विभाग द्वारा नहर किनारे पुलिया निर्माण के लिए खुदाई की गई थी, लेकिन निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया. ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ता आशीष रंजन सिंह ने सड़क की मरम्मत को लेकर सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल से आग्रह किया था, जिसके बाद सांसद ने डीएम से बात की. डीएम के निर्देश पर ग्रामीण कार्य विभाग ने रविवार को सड़क पर जगह-जगह राविश डालकर उसे अस्थायी रूप से दुरुस्त करने का प्रयास किया. ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से अधूरी पुलिया के गड्ढे को भरकर रास्ता चलने लायक बनाया.लेकिन रविवार रात से हो रही बारिश ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. डाली गई राविश कीचड़ में बदल गई है और सड़क पर फिसलन इतनी बढ़ गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. मेला समिति के उप कोषाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि जब ठेकेदार मुकेश सिंह से और राविश डालने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि भुगतान नहीं मिला है, ऐसे में अपने खर्च पर और काम संभव नहीं है.अब जबकि मेला में महज तीन दिन बचे हैं, सड़क की स्थिति यदि नहीं सुधारी गई तो श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
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