प्रतिनिधि, सीवान. जिले में चावल आपूर्ति में भारी गड़बड़ी की आशंका गहराती जा रही है. किसानों से धान तो खरीद लिया गया, लेकिन अब तक सभी पैक्स और व्यापार मंडलों द्वारा शत-प्रतिशत चावल की आपूर्ति नहीं की गई है. जिससे सीएमआर गड़बड़ी की बू आने लगी है. खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत धान अधिप्राप्ति की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट चेतावनी दी है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर चावल नहीं लौटाने वाले पैक्स पर गबन की एफआइआर दर्ज की जायेगी और नीलाम पत्र दायर कर वसूली की कार्रवाई भी की जाएगी. डीएम ने कहा कि भारत सरकार द्वारा चावल आपूर्ति के लिए तय की गई समय सीमा अंतिम है. इसमें किसी प्रकार का परिवर्तन संभव नहीं है. जिले में अब तक किसानों से 97,337 टन धान की खरीद हो चुकी है. जिसके बदले 66,037 टन चावल राज्य खाद्य निगम को लौटाना है. लेकिन अभी तक 55,667 टन चावल ही जमा हुआ है. यानी अब भी 10,370 टन चावल की आपूर्ति शेष है. डीएम ने यह भी बताया कि चावल आपूर्ति की रफ्तार बेहद धीमी है. कई पैक्स द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. जिससे लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है. फिर दिया गया डुगडुगी बजाने का निर्देश- इधर सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार ने सभी शाखा प्रबंधकों को निर्देश दिया है कि सीएमआर आपूर्ति की प्रगति संतोषजनक नहीं है. समय कम बचा है, इसलिए सभी पैक्स से प्रतिदिन न्यूनतम 30 लॉट चावल की आपूर्ति कराने का निर्देश दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो पैक्स अब भी लापरवाही बरत रहे हैं. उनके क्षेत्र में डुगडुगी बजवाकर चावल नहीं लौटाने की सूचना सार्वजनिक की जाये. नोटिस तामिला कराने, प्रबंधकारिणी पर जवाबदेही तय करने को कहा गया है. जिन प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों ने सीएमआर कार्य में गंभीरता नहीं दिखाई. उनके वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है. कार्ययोजना बनाकर प्रतिदिन उसपर कार्रवाई की जाए- सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने भी पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि चावल की शत-प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए शेष बचे दिनों की कार्ययोजना बनाकर प्रतिदिन उसपर कार्रवाई की जाए. सचिव ने यह भी कहा है कि खरीफ सीजन की सफलता सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है और इसमें किसी प्रकार की कोताही पर सीधी जवाबदेही तय की जाएगी.कुछ केंद्रों ने असली किसानों के बदले अपने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों के नाम से धान खरीद की है. बीसीओ से उसका सत्यापन भी करा लिया गया. ऐसे में प्रशासन ने अब यह साफ कर दिया है कि अगर तय समय पर चावल नहीं लौटा, तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी. इससे पैक्सों और मिलरों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है क्या कहते हैं अधिकारी- सभी प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को पांच अगस्त तक शत-प्रतिशत सीएमआर उठाव सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. समय सीमा तक कार्य पूरा नहीं होने पर विभागीय कार्रवाई होगी. जिन पैक्सों ने धान लिया लेकिन मिलर को नहीं दिया, उनके खिलाफ एफआईआर कराई जायेगी. सौरभ कुमार, डीसीओ सीवान
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