Concrete dam: जमुई में बिहार का सबसे बड़ा कंक्रीट डैम बनने जा रहा है. जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी. यह डैम बरनार जलाशय परियोजना के तहत बनाया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 2579.37 करोड़ रुपए है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान 7 फरवरी को इस परियोजना की घोषणा की गई थी.
डैम से 22 हजार हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
यह डैम जमुई के सोनो, झाझा, खैरा और गिद्धौर प्रखंडों के किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा. परियोजना के तहत 22,226 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी. जिससे कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी और भूजल स्तर में सुधार आएगा.
नई तकनीक से होगा निर्माण
परियोजना के निर्माण में नई तकनीक का उपयोग किया जाएगा. डैम के निर्माण को लेकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की गई है और वन विभाग से जल्द ही एनओसी मिलने की उम्मीद है. जिलाधिकारी ने बताया कि यह मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा.
जमुई को 11 नई विकास परियोजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 2903 करोड़ रुपए की 11 योजनाओं पर भी तेजी से काम शुरू होने वाला है. इनमें प्रमुख योजनाएं इस प्रकार हैं:
- अपर किउल जलाशय योजना का विस्तारीकरण और नहरों का पक्कीकरण.
- गरही डैम को इको-टूरिज्म हब के रूप में विकसित करना.
- किउल नदी पर नया पुल, जिससे लछुआड़ जाने वाली सड़क को जोड़ा जाएगा.
- गिद्धौर स्टेडियम का पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण.
- पतनेश्वर धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना.
- सिकेरिया गांव तक सड़क और पुल का निर्माण.
- नकटी नदी पर नया पुल, जिससे दुर्गा मंदिर से पमैया तक बेहतर कनेक्टिविटी होगी.
- चकाई में डिग्री कॉलेज की स्थापना.
- नए प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवनों का निर्माण.
- जमुई शहर में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और शूटिंग रेंज की स्थापना.
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बहुत जल्द दिखने लगेंगे विकास कार्य
डीएम अभिलाषा शर्मा ने बताया कि ये सभी योजनाएं जल्द ही धरातल पर उतरेंगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जमुई में तेजी से विकास कार्य होंगे, जिससे जिले को एक नई पहचान मिलेगी.