बोकारो, सेल की विभिन्न इकाईयों व इस्पात उत्पादन से जुड़ी निजी संगठन के की ओर से विद्युत् प्रणाली के बारे में अपनी जानकारी को एक दूसरे के साथ साझा करने के उद्देश्य से स्टील प्लांट में विद्युत ऊर्जा के उपयोग विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बीएसएल में किया जा रहा है. उद्घाटन सत्र में बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने इस कार्यशाला की उपयोगिता और महत्व के बारे में बताया. निदेशक प्रभारी श्री तिवारी ने कहा कि स्टील उत्पादन एक ऊर्जा गहन प्रक्रिया है और विद्युत ऊर्जा प्रणाली के बिना ब्लास्ट फर्नेस से लेकर रोलिंग मिल, क्रेन और अन्य सभी यूनिट्स अर्थात इस्पात उत्पादन की प्रक्रिया संभव नहीं है. इस्पात संयंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए विद्युत ऊर्जा का इष्टतम उपयोग व नियंत्रण की आवश्यकता है. मौके पर कार्यकारी अधिशासी निदेशक (संकार्य) पीके बैसाखिया, मुख्य महाप्रबंधक (अनुरक्षण) शरद गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (विद्युत्) डी सरकार, मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) बीके सरतापे, मुख्य महाप्रबंधक (पावर) डीके भांजा, मुख्य महाप्रबंधक (टेक्निकल) लक्ष्मी दास व मुख्य महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) नीता बा उपस्थित थी.
बीएसएल के विभिन्न विभागों सहित सेल व अन्य प्लांटों के प्रतिनिधि शामिल
कार्यशाला में बीएसएल के विभिन्न विभागों सहित भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला, इस्को, मेकॉन, टाटा मैटेलिक, एबीबी इंडिया लिमिटेड, सीमेंस, एमएन दस्तूर लिमिटेड, स्नाइडर लिमिटेड के प्रतिभागियों ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विद्युत् प्रणाली के बारे में जानकारी साझा की. शुरुआत में सभी ने निदेशक प्रभारी के साथ सुरक्षा शपथ ली. महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) डीआर टोप्पो ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी. मुख्य महाप्रबंधक (पावर) डीके भांजा ने कार्यक्रम की विस्तृत रुपरेखा प्रस्तुत की.
विद्युत् ऊर्जा प्रणाली के बिना इस्पात उत्पादन की प्रक्रिया संभव नहीं
अधिशासी निदेशक (मानव संसाधन) राजश्री बनर्जी ने कहा कि कार्यशाला को उपयोगी बनाने के लिए यह आवश्यक है कि कार्यशाला से निकले परिणाम को हम अपने संयंत्र में आवश्यकतानुसार अमल में लायें. कार्यशाला के सुचारु संचालन में महाप्रबंधक (डीएनडब्लू) संजय कुमार, ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग की महाप्रबंधक डीआर टोप्पो, सहायक महाप्रबंधक मंजरी श्रीवास्तव, प्रबंधक जय नारायण यादव व कनीय प्रबंधक एसके डी भौमिक, राकेश कुमार सिंह, अर्जुन बाउरी, कौशल प्रताप सिंह, नवनीत कुमार सिंह व भीम प्रसाद का सराहनीय योगदान रहा. धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (डीएनडब्लू) संजय कुमार ने दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है