बोकारो, लंबित जनसमस्याओं के समाधान के लिये बीएसएल-सेल प्रबंधन शीघ्र समन्वय बैठक आयोजित करें. अन्यथा लोकतांत्रिक तरीके से अनिश्चितकालीन प्लांट बंद जैसे कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य हो सकते हैं. यह कहना है बोकारो विधायक श्वेता सिंह का. श्रीमती सिंह ने पत्राचार के माध्यम से कहा कि पूर्व के समय में यह सामूहिक निर्णय लिया गया था कि बोकारो स्टील प्लांट से संबंधित विभिन्न जनहित के विषयों के समाधान के लिये एक समन्वयक बैठक मासिक रूप से आयोजित की जायेगी. इसमें सांसद, विधायक, डीसी, अनुमंडल पदाधिकारी व बीएसएल की ओर से निदेशक प्रभारी सहभागिता करेंगे.
बीएसएल से संबंधित प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी दर्जनों जनसमस्याएं हैं लंबित
श्रीमती सिंह ने कहा कि बैठक का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं का समुचित व समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना. लेकिन, खेदजनक है कि बीते तीन महीने का समय व्यतीत हो चुका हैं. फिर भी, प्रबंधन की ओर से वर्तमान समय तक ना कोई बैठक आयोजित की गयी और ना ही इस संबंध में कोई संवाद या प्रस्ताव प्राप्त हुआ है. कहा कि बोकारो विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बीएसएल से संबंधित प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी जनसमस्याएं लंबित हैं. जैसे, विस्थापन से जुड़ी कठिनाइयां, रिटायर्ड कर्मियों की समस्याएं, 39 माह का बकाया एरियर का भुगतान, आदि महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान जरूरी है.
…तो जनप्रतिनिधि होने के नाते जनाकांक्षाओं के अनुरूप आंदोलन का रुख अपनाना पड़ेगा
विधायक श्रीमती सिंह ने कहा कि हमारा प्रयास शुरू से ही संवाद, समन्वय व सहयोग के माध्यम से समाधान खोजने का रहा है. लेकिन, शीघ्र पहल नहीं की गयी और समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कार्यवाही नहीं हुई, तो जनप्रतिनिधि होने के नाते जनाकांक्षाओं के अनुरूप आंदोलन का रूख अपनाना पड़ेगा. ऐसी परिस्थिति में हम लोकतांत्रिक तरीके से अनिश्चितकालीन प्लांट बंद जैसे कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य हो सकते हैं. इसकी जवाबदेही प्रबंधन की होगी. कहा कि इस विषय की गंभीरता को समझते हुए शीघ्र वार्ता के लिए तिथि सुनिश्चित की जाय, जिससे समन्वय से समाधान का मार्ग प्रशस्त किया जायेगा.
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