बोकारो, जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में हुई. पिछली बैठक की कार्यवाही पर की गयी कार्य प्रगति की समीक्षा हुई. विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. उपायुक्त ने कहा कि सड़क सुरक्षा आम जन के जीवन से जुड़ा हुआ है. यह अत्यंत महत्वपूर्ण व संवेदनशील विषय है, इसमें किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सड़क सुरक्षा के संबंध में दिए गए निर्देश को गंभीरता से पालन करने की बात कही गई.
कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
डीसी ने कहा कि कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेंगी. उन्होंने सभी ब्लैक स्पॉट पर आवश्यक साइनेज लगाने का निर्देश दिया, साथ ही जहां-जहां आवश्यक हो स्पीड लिमिट के साइनेज भी लगाने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि बोकारो जिला के सभी प्रवेश सीमा क्षेत्र में स्पष्ट सांकेतिक होर्डिंग्स लगे कि आप बोकारो जिला के सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं.
एजेंसीज को बेहतर समन्वय के साथ काम करने की जरूरत
जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना सेजवलकर ने बताया कि सड़क दुर्घटनाएं शाम छह से रात्रि नौ बजे तक होती हैं, ऐसे में इस समय ट्रैफिक पुलिस एवं अन्य सड़क सुरक्षा में लगे एजेंसीज बेहतर समन्वय के साथ काम करने की जरूरत है. डीटीओ ने कहा कि तलगड़िया मोड़ पर लगे कैमरे से लगातार यात्रियों की निगरानी की जा रही है, ऐसे में आम जनों से अपील की गयी है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन न करें. सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करने पर सड़क सुरक्षा नियम के अनुकूल उन पर कार्रवाई एवं अर्थदंड दोनों अधिरोपित किये जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि108 एंबुलेंस के संदर्भ में कहा कि इसका रिस्पांस टाइम कम करें, ताकि लोगों को दुर्घटना से बचाया जा सके.
प्रचार-प्रसार करने का निर्देश
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकार की ओर से जानकारी दी गयी की राजमार्गों पर होने वाले सड़क दुर्घटना में लोगों को न्यूनतम समय में अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सभी टोल प्लाजा के पास मौजूद रहते हैं. सड़क दुर्घटना की स्थिति में 1033 पर कॉल करके एंबुलेंस मंगाया जा सकता हैं. समय पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचा जा सकता है. उपायुक्त ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि लगातार समय अंतराल पर चालकों का नेत्र जांच शिविर लगाए ताकि किसी भी चालक के नेत्र गड़बड़ी को पहचाना जा सके और उनके ड्राइविंग करने पर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जा सके.
वाहनों की सघन जांच करने का निर्देश
उपायुक्त ने वाहनों की सघन जांच करने का निर्देश दिया. ताकि, लोगों में सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति गंभीरता हो सके. सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वह निश्चित समय अंतराल पर लगातार बच्चों के बीच सड़क सुरक्षा नियमों के संदर्भ में कार्यशाला व जागरूकता संबंधी कार्यक्रम संचालित करें. इसके लिए एक कैलेंडर बनाए और उस कैलेंडर के अनुसार कार्यक्रमों का संचालन करें.डीसी ने नगर निगम क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए लगातार अभियान चलाने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने ब्लैक स्पॉट को जीरो एक्सीडेंट जॉन बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इसके लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाएं. जो भी सुरक्षात्मक उपाय किए जा सकते हों, उसे सुनिश्चित करें.
ब्लैक स्पॉट पर सुरक्षात्मक उपाय की हो व्यवस्था
डीसी ने ब्लैक स्पॉट पर आवश्यक सुरक्षात्मक व्यवस्था सुनिश्चित करने की दृष्टिकोण से जिला परिवहन पदाधिकारी, ट्रैफिक डीएसपी, अनुमंडल दंडाधिकारी एवं नेशनल हाइवे अथॉरिटीज को संयुक्त रूप से ऐसे ब्लैक स्पॉट के क्षेत्र का भ्रमण कर आवश्यक मेजर लेने का निर्देश दिया.ये थे मौजूद
मौके पर विधायक श्वेता सिंह, उप विकास आयुक्त श्रीमती शताब्दी मजूमदार, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढांडा, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो मुकेश मछुआ, जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना सेजवलकर, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ अमित कुमार, पुलिस उपाधीक्षक यातायात विद्या शंकर, स्वास्थ्य विभाग से डॉ संजय कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य एवं अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है