बोकारो, चास थाना क्षेत्र के बाइपास रोड में 23 जून को आस्था ज्वेलर्स में डेढ़ करोड (60 हजार नकद व सोने चांदी के जेवरात) की लूट की घटना को छह लुटेरों ने अंजाम दिया था. 24 जून को बिहार एसटीएफ ने सभी को पटना सहित अन्य ठिकानों से गिरफ्तार कर लिया. बोकारो पुलिस की टीम पटना से सभी गिरफ्तार आरोपियों को गुरुवार को बोकारो लेकर आ गयी. सभी बिहार के हैं, जो बेउर जेल में बंद अविनाश श्रीवास्तव गिरोह के सदस्य हैं. मुख्य सरगना अविनाश बेउर जेल में बंद है. वह जेल से ही घटनाओं को ऑपरेट करता है. ये बातें गुरुवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता में एसपी हरविंदर सिंह ने कहीं. मौके पर एसडीपीओ चास प्रवीण कुमार सिंह, प्रशिक्षु डीएसपी अमरेंद्र कुमार सहित पुलिस अधिकारी मौजूद थे. श्री सिंह ने कहा कि घटना के बाद एसआइटी का गठन किया गया. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के साथ टेक्निकल सपोर्ट के जरिये अपराधियों का पीछा किया गया. वह खुद धनबाद, हजारीबाग, रामगढ़ सहित अन्य जिलों के एसपी के संपर्क में थे. सूचना पर बिहार एसटीएफ ने पटना के आलमगंज थाना पुलिस के सहयोग से महावीर घाट व भदरा घाट आलमगंज से कांड में शामिल सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. उनके पास से लूटा गया सामान बरामद कर लिया था.
पटना के रास्ते बोकारो पहुंचे थे आरोपी
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में रौशन सिंह, राहुल पटेल उर्फ डायमंड, नितेश कुमार सुमन, आदित्य राज, मुसाफिर हवारी शामिल है. इसमें प्रिंस कुमार सुमन पर पेटरवार में आर्म्स एक्ट सहित अन्य धारा के तहत मामला दर्ज है. राहुल पटेल उर्फ डायमंड पर बेउर थाना में आर्म्स एक्ट सहित अन्य धारा में मामला दर्ज है. घटना को अंजाम देने के लिए बेउर जेल से अविनाश ने करण उर्फ देवा, राहुल पटेल उर्फ डायमंड, बिरू उर्फ गोलू उर्फ रोनित को लगाया. ये सभी 12 व 13 जून को चास सहित अन्य स्थानों में रहकर आस्था ज्वेलर्स की रोकी की. इसके साथ ही प्लांनिंग की. 14 जून को तीनों बंगाल के पुरुलिया के बडग्राम के सिंह होटल में रुका. प्लानिंग कर पटना लौट गया. इसके बाद 23 जून को रौशन, राहुल, नितेश, आदित्य, प्रिंस, मुसाफिर व अक्षय ने पटना से कार (बीआर31एएच-2579) व दो बाइक (जेएच01एफडी-1892 व बीआर31एन-0903) लिया. सभी वाहन पर सवार होकर चास आइटीआइ मोड़ पहुंचे. इसके बाद रौशन, राहुल, आदित्य व प्रिंस बाइक पर सवार होकर आस्था ज्वेलर्स लूट की घटना देने पहुंच गये. जबकि मुसाफिर, नीतेश, बिरू व अक्षय कार के साथ आइटीआइ मोड़ में रूके रहे.फिलहाल पुलिस कर रही है पूरे मामले की जांच
श्री सिंह ने कहा कि इसके बाद प्लान के अनुसार चारों आरोपियों ने आस्था ज्वेलर्स में 23 जून को शाम 5.55 बजे प्रवेश किया. घटना को अंजाम दिया. इसके बाद बाइक से पुन: आइटीआइ मोड़ भाग कर पहुंचे. वहां से सभी कार पर सवार होकर हाइवे पकड़ कर बरही, चौपारण होते हुए बिहार के पटना पहुंचे. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. सोने-चांदी के जेवरात व नकदी की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी जारी है. गिरफ्तार युवक प्रिंस कुमार ने बताया कि 19 जून को पेटरवार थाना के एक वाइन शॉप से करीब पांच लाख रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया था. इसमें बिहार के तीन अन्य अपराधी शामिल थे. घटना के बाद सभी बिहार के पटना वापस लौट गये थे.छापेमारी टीम में शामिल पुलिस अधिकारी
छापेमारी दल में एसडीपीओ चास प्रवीण कुमार सिंह, चास इंस्पेक्टर सुषमा कुमारी, साइबर थाना इंस्पेक्टर खुर्शीद आलम, पिंड्राजोरा पुअनि अभिषेक रंजन, चास मु प्रभारी प्रकाश मंडल, चीरा चास प्रभारी चंदन कुमार दूबे, बरमसिया पुअनि कौशलेंद्र कुमार, चास थाना पुअनि प्रकाश यादव, पुअनि अजीत कुमार गिरि, पुअनि मुकेश दयाल सिंह, पुअनि धीरज कुमार, पुअनि विवेक कुमार पांडेय, पुअनि पुष्पराज, पुअनि अनिकेत कुमार, पुअनि रमेश कुमार, पुअनि रंजीत कुमार यादव, सअनि रंजन कुमार मिश्र, सुअनि अनिल कुमार, आरक्षी रवि रंजन, कमलेश कुमार, कामेश्वर महतो, चंदन मिश्र, कमल खलखो, प्रदीप घोषाल, मोहन दां, विकास कुमार, रमेश कुमार शामिल थे.
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