बोकारो, बोकारो सदर अस्पताल व झारखंड राज्य प्रांतीय सभी सरकारी अस्पताल के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लंबित बकाया राशि का भुगतान विभागीय स्तर से कराने के लिए बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सोमवार को प्रदर्शन कर मांग पत्र सौंपा. यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के बोकारो जिले के अस्पताल के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का करोड़ों रुपये का भुगतान आउटसोर्सिंग कंपनी मेसर्स राइडर सर्विस सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के पास बाकी है. यह कंपनी 2018 से बोकारो जिला सरकारी अस्पताल मे कार्य ग्रहण किया था. मजदूरों को मिनिमम वेज का भुगतान, डीए की बढ़ोतरी लाभ,पीएफ रकम, इएसआइ सुविधाओं से कर्मचारियों को वंचित रखा है.
वार्ता में संपन्न समझौते को लागू नहीं किया गया
रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि नेशनल हॉलीडे, मैटरनिटी लीव, सालाना बोनस, सालाना फाइनल सहित ग्रेच्युटी रकम बाकी है. यह कंपनी श्रम विभाग के आदेश को कभी भी मानती नहीं है. त्रिपक्षीय वार्ता का सम्मान नहीं करती है. ऐसी स्थिति में यह तभी संभव है कि उनके बिल के रकम से काटकर, जो प्रावधान के अंदर है कर्मचारियों के लंबित बकाया राशि का भुगतान विभागीय स्तर से कराया जाये. कहा कि मार्च 2025 में पूरे बोकारो जिला झारखंड राज्य के सभी अस्पतालों में पांच दिवसीय हड़ताल हो गयी थी. त्रिपक्षीय वार्ता हुई, लेकिन वार्ता से संपन्न समझौते को भी अभी तक लागू नहीं किया गया है.
आंदोलन ही एकमात्र रास्ता
कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मजदूरों की समस्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में आंदोलन ही एक मात्र रास्ता है. उपायुक्त अगर रास्ता नहीं निकलते, तो लगातार आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर आइडी प्रसाद, सागर राम, रेखा देवी, शंकर राम, रंजित, विकास दास, बबली, चांद शर्मा, विजय ठाकुर, आशीष, अजय रजक, प्रकाश महतो, गौरव आदि मौजूद थे.
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