राकेश वर्मा, बेरमो, वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोल इंडिया काे मुनाफा 9277.09 करोड़ रुपये का ज्यादा हुआ है. इसलिए इस बार कोलकर्मियों को दुर्गा पूजा के अवसर पर मिलने वाला सालाना बोनस पिछले साल की तुलना में ज्यादा मिलने की उम्मीद है. पिछले माह देशव्यापी हड़ताल के दौरान मजदूर संगठनों ने कोलकर्मियों से कहा था कि हड़ताल सफल होती है तो बेहतर बोनस के लिए प्रबंधन पर दवाब बनायेंगे. मालूम हो कि हर साल बोनस का फैसला जेबीसीसीआइ मानकीकरण समिति की बैठक में ही होता आया है. जेबीसीसीआइ मानकीकरण समिति की बैठक 23 सितंबर को दिल्ली में कोल इंडिया प्रबंधन ने रखी है. इस बैठक में बोनस पर मुहर लग सकती है. बताते चले कि इस बार 22 सितंबर से दुर्गा पूजा शुरू होगी.वर्ष 2024 में कोलकर्मियों को 93,750 रुपये और ठेका मजदूरों को 8.33 फीसदी बोनस दिये जाने पर सहमति बनी थी.
किस वर्ष कितना बोनस मिला
वर्ष रुपये2007 6,0002008 8,3502009 10,000
2010 15,0002011 21,0002012 26,500
2013 31,5002014 40,0002015 48,5002016 54,000
2017 57,0002018 60,5002019 64,7002020 68,500
2021 72,5002022 76,5002023 85,0002024 93,750
कोल इंडिया के मुनाफे का ग्राफ (राशि करोड़ रुपये में)
2018-19 17,463.012019-20 16,700
2020-21 12,5002021-22 17,3002022-23 28,125.2023-24 37,402.29
यूनियनों के नेताओं ने कहा
भारतीय मजदूर संघ के कोयला क्षेत्र के राष्ट्रीय प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने कहा कि इस बार कोलकर्मियों को बीते वर्ष की तुलना में अधिक बोनस मिलना चाहिए. बीएमएस इसका पूरा प्रयास करेगा. चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रथम तिमाही में कोल इंडिया को 8,743 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ है. एटक नेता व जेबीसीसीआइ सदस्य लखनलाल महतो ने कहा कि एटक एक लाख रुपये से ज्यादा बोनस की मांग करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है