फुसरो. केवट जाति को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल कराने के लिए झारखंड विधानसभा से अनुशंसा केंद्र सरकार को भिजवाने की मांग डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो से की गयी है. इस संबंध में शुक्रवार को रांची स्थित उनके आवास में धनबाद, गिरिडीह व बेरमो के समाजसेवी संजय मल्लाह, संदीप मल्लाह, हरिहर केवट, प्रदीप केवट, राकेश मल्लाह मिले और ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कही ये बातें
ज्ञापन में कहा कि झारखंड सरकार द्वारा मार्च 2021 में भारत सरकार को केवट, मल्लाह, चांय जाति को झारखंड में शिड्यूल कास्ट की सूची में सम्मिलित करने के लिए अनुशंसा भेजी गयी थी. परंतु केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालय द्वारा आरजीआइ (रजिस्टर्ड जनरल ऑफ इंडिया) के माध्यम से कई रिक्वायरमेंट मांगा गया. जिसे आरजीआइ ने दिनांक 07/07/2022 को पुनः मंत्रालय के माध्यम से झारखंड सरकार को वापस भेजा था. कहा कि केवट और इसके पर्यायवाची सरनेम का रहन सहन, वेश भूषा, भाषा संस्कृति आदि सभी रस्मों रिवाज आदिवासी होने के लिए पर्याप्त है और यह जाति आदिवासी होने की सारी अहर्ताएं पूरा करता है.
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