बेरमो. गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो ने राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को पत्र लिख कर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर कुरमाली, संथाली व खोरठा जैसी क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू करने की मांग की है. पत्र में कहा कि वर्ष 2017 में स्थापित इस विश्वविद्यालय से संबद्ध (एफिलिएटेड) कुछ महाविद्यालयों में ही इसकी पढ़ाई की सामान्य व्यवस्था है. दूसरी तरफ स्नातकोतर पर टीआरएल का विभाग तक खोला नहीं गया है. जबकि राज्य के रांची विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय, नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय आदि में क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा की पढ़ाई स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर तक हो रही है. बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय की ओर से पूर्व में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू करने और संबंधित विषय में आवश्यकता अनुसार पद सृजित करने का निवेदन किया जा चुका है.
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